पृथ्वी शॉ और कप्तान श्रेयस अय्यर की बेहतरीन बल्लेबाजी की मदद से मुंबई विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में पहुंच गया। उसने हैदराबाद को वर्षा से बाधित मुकाबले में वीजेडी पद्धति के तहत 60 रन से हराया। मुंबई छह साल बाद इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा है।
पिछली बार 2011-12 में वह बंगाल के हाथों फाइनल हार गया था। फाइनल में मुंबई का मुकाबला दिल्ली और झारखंड के बीच दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में आठ विकेट पर 246 रन बनाए। उसके लिए रोहित रायुडू ने 121 रन की पारी खेली।
रायुडू ने 132 गेंदों पर 121 रन की पारी में आठ चौके और चार छक्के लगाए। रायुडू का लिस्ट ए मैचों में यह तीसरा शतक था।रायुडू के अलावा बी संदीप ने 29, मेहदी हसन ने 23 और आकाश भंडारी ने 19 रन का योगदान दिया। मुंबई की ओर से तुषार देशपांडे ने 55 रन पर तीन और राएस्टन डायस ने 43 रन पर दो विकेट लिए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए पृथ्वी और भारतीय वनडे टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा ने टीम को अच्छी शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए5 ओवर में 73 रन बनाए। रोहित 24 गेंद में 17 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।वहीं, पृथ्वी ने 44 गेंदों पर 61 रन में आठ चौके और दो छक्के लगाए।
उनके बाद अय्यर और अजिंक्य रहाणे ने टीम के स्कोर को 25 ओवर में दो विकेट पर 155 रन पर पहुंचा दिया। बारिश के कारण खेल को रोकना पड़ा।हैदराबाद का स्कोर 25 ओवर में दो विकेट पर 95 रन ही था। वहीं, मुंबई ने 155 रन बना लिए थे। इससे वीजेडी पद्धति से सेमीफाइनल मुकाबला 60 रनों से जीत गया। अय्यर ने 53 गेंद की पारी में पांच चौके और दो छक्के लगाए। रहाणे ने 29 गेंद में नाबाद 17 रन बनाए।