भारत और श्रीलंका के बीच टेस्ट सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच खेला जाएगा। शुरुआती दोनों मैच जीतकर टीम इंडिया सीरीज पहले ही जीत चुकी है। भारतीय टीम अगर यह टेस्ट भी जीतती है तो वो 85 साल में पहली बार विदेशी धरती पर तीन या अधिक टेस्ट मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप करेगी। इस मैच के लिए टीम इंडिया में कुछेक बदलाव देखने को मिलेंगे।
रवींद्र जडेजा एक मैच के लिए सस्पेंड हैं, उनकी जगह पर कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता है।भारत के खिलाफ अपनी धरती पर सीरीज के दो टेस्ट मैचों में करारी हार झेलने वाली श्रीलंकाई टीम को अब ग्रीन टॉप का आसरा है। श्रीलंकाई थिंक टैंक ने आखिरी मुकाबले के लिए घसियाली पिच तैयार की और तीन फास्ट बॉलर्स को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने की योजना बनाई है।
हालांकि सब कुछ ठीक नहीं रहा तो टॉस से पहले घास हटाई भी जा सकती है।श्रीलंकाई टीम के बेस्ट स्पिनर रंगना हेराथ चोटिल होने के कारण इस मैच में नहीं खेल रहे हैं। तेज पिच चुनने के पीछे यह भी बड़ी वजह बताई जा रही है।भारत की अनुभवी टीम के आगे फास्ट बॉलर्स को सपोर्ट करने वाली पिच की रणनीति भी शायद ही कारगर हो।
भारत के पास फास्ट बॉलिंग खेलने वाले बेहतरीन बैट्समैन भी हैं और श्रीलंका से बेहतर बॉलर भी हैं।पल्लेकेल मैच से पहले भुवनेश्वर कुमार भी प्रैक्टिस करते दिखे जिसके बाद उम्मीद की जा सकती है कि वे भी आखिरी मैच में दिख सकते हैं।बैटिंग लाइनअप में भारत के पास स्टार खिलाड़ियों की पूरी फौज है। विराट तो अब भारत के पहले कप्तान भी बन गए हैं जिन्होंने श्रीलंका में दोनों मैचों की पहली इनिंग में 600 से ज्यादा रन बनाकर मैच जीते।
मैच से पहले शुक्रवार शाम को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव के लिए अच्छे संकेत दिए हैं।प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विराट ने भरोसा जताते हुए कहा कुलदीप किसी भी हालात में बॉलिंग कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला टेस्ट में उन्होंने खुद को साबित किया था, उनके लिए तीसरे टेस्ट में खेलने का अच्छा मौका है।
विराट ने कहा कि मैच से एक दिन पहले खराब मौसम के कारण प्रैक्टिस नहीं कर पाने के बाद भी हमारी टीम कॉन्फिडेंट महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि ये अच्छी बात है कि युवा खिलाड़ियों को टीम में खेलने का मौका मिल रहा है।श्रीलंकाई टीम ने आखिरी टेस्ट के लिए फास्ट बॉलर दुष्मंत चामीरा और लाहिरू गमागे को टीम में शामिल किया है।
दुष्मंथा और गमागे को नुवान प्रदीप और रंगना हेराथ की जगह टीम में शामिल किया गया है। नुवान और हेराथ चोट के चलते आखिरी टेस्ट से बाहर हो गए हैं।चामीरा तीसरे टेस्ट से टीम में वापसी कर रहे हैं जबकि गमागे का यह डेब्यू टेस्ट होगा। नुवान को दूसरे टेस्ट में हैमस्ट्रिंग में चोट लग गई थी और उन्होंने पहले दिन के अलावा बॉलिंग नहीं की थी।
हेराथ को पीठ में दर्द की शिकायत है जिसके चलते वो आखिरी टेस्ट से बाहर रहेंगे। श्रीलंका की 16 सदस्यीय टीम में लाहिरू कुमारा और विश्वा फर्नांडो को बरकरार रखा गया है।विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम विदेशी धरती पर छह टेस्ट मैच जीत चुकी है। अगर भारत इस मैच को भी जीत जाता है, तो वे धोनी को पीछे छोड़कर विदेश में भारत के दूसरे सबसे सफल कप्तान बन जाएंगे।
विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने अब तक विदेश में 12 मैच खेले हैं, जिनमें से 6 जीते हैं। कोलंबो टेस्ट जीतकर विराट विदेश में जीत के मामले में पूर्व कप्तान एमएस धोनी की बराबरी पर आ चुके हैं।धोनी की कप्तानी में भी भारत ने विदेश में खेले 30 मैचों में से 6 मैच जीते थे। जबकि विराट ने करियर के 12वें (विदेश में) मैच में ही धोनी की बराबरी कर ली।
विदेश में सबसे ज्यादा मैच जीतने का भारतीय रिकॉर्ड पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के नाम पर है, जिनकी कप्तानी में भारत ने 11 मैच जीते थे।भारतीय टीम अगर इस सीरीज को 3-0 से जीतने में कामयाब हो होती है, तो वो श्रीलंका की धरती पर सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाली विदेशी टीम बन जाएगी। टीम इंडिया ने अब तक श्रीलंका में 23 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें उसे 8 में जीत मिली है।
फिलहाल, श्रीलंका में सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने के मामले में भारत और पाकिस्तान बराबरी पर हैं।पाकिस्तान ने भी वहां 23 टेस्ट में से 8 में जीत हासिल की है। क्लीन स्वीप करने की स्थिति में भारत की जीत की संख्या 9 हो जाएगी।वहीं, श्रीलंका के खिलाफ ओवरऑल (घर-बाहर) जीत के मामले में फिलहाल पाकिस्तान (51 मैच, 19 जीत) नंबर वन पोजिशन पर है। वहीं, अगर भारतीय टीम (40 मैच, 18 जीत) इस मामले में दूसरे नंबर पर है।
टीम इंडिया अगर पल्लेकेल टेस्ट जीत जाती है, तो क्रिकेट हिस्ट्री में ये पहला मौका होगा जब भारतीय टीम विदेशी धरती पर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप करेगी। इससे पहले भारत ने अबतक विदेश में केवल दो मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप किया है।इसके अलावा क्रिकेट हिस्ट्री में ऐसा दूसरी बार होगा जब टीम इंडिया विदेशी धरती पर किसी सीरीज में तीन टेस्ट जीतेगी।
इससे पहले भारत ने सिर्फ एकबार विदेश में किसी सीरीज में तीन मैच जीते हैं।पूर्व कप्तान मंसूर अली खां पटौदी के नेतृत्व में फरवरी-मार्च 1968 में न्यूजीलैंड को चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 3-1 से हराया था। इस सीरीज में टीम इंडिया पहला टेस्ट जीतने के बाद क्राइस्टचर्च में दूसरा मैच हार गई थी। हालांकि, इसके बाद भारत ने लगातार दो टेस्ट जीते थे।
टीम इंडिया ने विदेश में अब तक सिर्फ बांग्लादेश और जिम्बाब्वे जैसी टीमों के खिलाफ ही एक या दो मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप किया है।भारत ने साल 2000 में बांग्लादेश को 1 टेस्ट में हराया था। वहीं, साल 2004 और 2010 में दो-दो टेस्ट मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था। इसके अलावा साल 2005 में जिम्बाब्वे को उसकी धरती पर दो मैचों में 2-0 से हराया था।
भारत ने सीरीज के शुरुआती दोनों मैचों में आसानी से जीत दर्ज की है। गाले में हुए पहले टेस्ट मैच में उसने श्रीलंका को 304 रनों से हराया था। वहीं, कोलंबो में हुए सीरीज के दूसरे मैच में मेजबान टीम को एक इनिंग और 53 रन से मात दी।भारत इससे पहले कभी पल्लेकल में टेस्ट मैच नहीं खेला है। जबकि श्रीलंका ने यहां खेले पांच टेस्ट मैचों में से एक जीता और एक हारा है, जबकि तीन मैच ड्रॉ रहे।
टीम इंडिया ने इस ग्राउंड पर पल्लेकल में एक वनडे और एक टी-20 मैच खेला है और दोनों में उसने जीत दर्ज की है।पल्लेकेल में होने वाले इस तीसरे और आखिरी टेस्ट मैच के लिए लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल को भारतीय टीम में शामिल किया गया है।अक्षर को सस्पेंशन झेल रहे नंबर 1 टेस्ट ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की जगह टीम में लिया गया है। कोलंबो टेस्ट के बाद रवींद्र जडेजा को एक मैच के लिए सस्पेंड कर दिया गया था। हालांकि वे उस मैच में मैन ऑफ द मैच रहे थे।
भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, आर अश्विन, रिद्धिमान साहा, हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार/उमेश यादव, कुलदीप यादव और मोहम्मद शमी।
श्रीलंका : दिनेश चांडीमल (कप्तान), उपुल थरंगा, दिमुथ करुणारत्ने, कुशल मेंडिस, एंजेलो मैथ्यूज, निरोशन डिकवेला, धनंजय डिसिल्वा, दिलरुआन परेरा, दुष्मंथा चमीरा/ लक्षण संदाकन, विश्वा फर्नांडो और लाहिरु कुमारा।