चयन प्रक्रिया के बाद सुंदरम रवि को आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) अंपायरों के एलीट पैनल में शामिल कर लिया गया जिससे भारत का इस पैनल में अपना अंपायर देखने का 11 साल का इंतजार खत्म हो गया। एस. वेंकटराघवन के बाद एलीट पैनल में जगह बनाने वाले रवि पहले भारतीय अंपायर हैं।
आईसीसी की मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार, न्यूजीलैंड के क्रिस गफाने और रवि को अंपायरों के अंतरराष्ट्रीय पैनल से एलीट पैनल में भेजा जाएगा। ये दोनों न्यूजीलैंड के अनुभवी बिली बोडेन और संन्यास ले रहे स्टीव डेविस की जगह लेंगे। वर्ष 2015-16 के लिए एलीट पैनल में अली दार, कुमार धर्मसेना, मराइस इरासमस, क्रिस गफाने, इयान गाउल्ड, रिचर्ड इलिंगवर्थ, रिचर्ड केटलब्रो, नाइजेल लांग, सुंदरम रवि, पाल रिफेल, रोड टकर और ब्रूस ओक्सनफोर्ड को जगह दी गई है।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच 2011 में विशाखापट्टनम में खेले गए वनडे के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले रवि ने अब तक छह टेस्ट, 24 वनडे और 12 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों में अंपायरिंग की है। रवि ने कहा, ‘आईसीसी अंपायरों के एमिरेट्स एलीट पैनल के लिए चुने जाने पर मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। समर्थन के लिए बीसीसीआई और मौके देने के लिए आईसीसी को धन्यवाद।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने हमेशा उन अंपायरों के साथ का लुत्फ उठाया जो पहले से ही एलीट पैनल का हिस्सा हैं और अब मुझे उनके साथ अधिक नियमित तौर पर काम करने का मौका मिलेगा। मैं चुनौतियों के लिए तैयार हूं और मेरा लक्ष्य अंपायरिंग के उच्च स्तर बना रखना है।’ रवि और गफाने ने साल आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुए विश्व कप में भी अंपायरिंग की थी।
दूसरी तरफ वर्ष 2005 में अपने पहले प्रथम श्रेणी मैच में अंपायरिंग करने वाले गफाने ने सितंबर 2010 में कनाडा और आयरलैंड के बीच एकदिवसीय मैच के साथ अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया। वह अब तक दो टेस्ट, 41 वनडे और 15 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं।
आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक ज्यौफ एलार्डिस ने इस मौके पर गफाने और रवि को बधाई दी। बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने भी रवि को सोशल मीडिया पर बधाई थी और भारत में अंपायरिंग के स्तर की तारीफ की।
ठाकुर ने ट्वीट किया, ‘आईसीसी के अंपायरों के एलीट पैनल में पदोन्नत होने पर एस रवि को बधाई। वह इसके हकदार थे। उम्मीद करते हैं कि कई और भारतीय अंपायरों को जगह मिलेगी।’
ठाकुर ने कहा, ‘बीसीसीआई भारतीय अंपायरों को विश्व स्तरीय बनाने पर काम कर रहा है। हमारे पास शानदार प्रतिभा है और नतीजे आने लगे हैं। रवि के बाद कई और को मौका मिलेगा।’ रवि को 2010-11 और 2011-12 सत्र में बीसीसीआई का सर्वश्रेष्ठ घरेलू अंपायर भी चुना गया।