इंग्लैंड ने फिरोज शाह कोटला मैदान पर न्यूजीलैंड को सात विकेट से हराकर वर्ल्ड टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंच गया है। यह दूसरी बार है जब इंग्लैंड विश्व कप के फाइनल में पहुंचा है। यहां हुए सेमीफाइनल मैच में इंग्लैंड ने सात विकेट से न्यूजीलैंड को करारी शिकस्त दी। इंग्लैंड ने आईसीसी टी20 विश्व कप के पहले सेमीफाइनल मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। बेन स्टोक्स ने गेंदबाजी और जैसन राय ने बल्लेबाजी में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाया । राय ने 44 गेंदों पर 11 चौकों और दो छक्कों की मदद से 78 रन बनाये। वह पहले ओवर से ही हावी हो गये जिससे इंग्लैंड ने शुरूआती दस ओवरों में ही 98 रन जुटाकर अपनी जीत सुनिश्चित कर दी थी।
उनके अलावा जो रूट ने नाबाद 27 रन बनाये जबकि जोस बटलर ने 17 गेंदों पर दो चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 32 रन की तूफानी पारी खेली। इंग्लैंड ने केवल 17.1 ओवर में तीन विकेट पर 159 रन बनाकर 17 गेंद शेष रहते हुए जीत दर्ज की। बटलर ने विजयी छक्का लगाया। इससे पहले इंग्लैंड के गेंदबाजों ने उसे अच्छी वापसी दिलायी। कोलिन मुनरो (46) और कप्तान केन विलियमसन (32) के बीच दूसरे विकेट के लिये 74 रन की साझेदारी से न्यूजीलैंड ने पहले दस ओवरों में 89 रन जोड़े थे। इन दोनों के आउट होने के बाद कोरे एंडरसन ( 23 गेंद पर 28) ही कुछ उपयोगी योगदान दे पाये।
इंग्लैंड ने आखिरी दस ओवरों में केवल 64 रन दिये। आलम यह था न्यूजीलैंड ने अंतिम 22 गेंद में केवल 19 रन बनाये और इस बीच पांच विकेट गंवाये और उसकी टीम आठ विकेट पर 153 रन तक ही पहुंच पायी। इसका श्रेय बेन स्टोक्स ( 26 रन देकर तीन विकेट) को जाता है। उन्हें क्रिस जोर्डन ( 24 रन देकर एक विकेट ) का भी अच्छा साथ मिला। इन दोनों की कुल 23 गेंदों पर कोई रन नहीं बना। न्यूजीलैंड तीन अप्रैल को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में होने वाले फाइनल में भारत और वेस्टइंडीज के बीच कल मुंबई में होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेगा।
कीवी कप्तान के पास अब स्पिनरों को आजमाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था लेकिन राय पर इसका असर नहीं पड़ा। उन्होंने बायें हाथ के स्पिनर सैंटनर का स्वागत दो चौकों से किया। पांच ओवर के बाद स्कोर था 60 रन। राय ने इसके बाद 26 गेंदों पर अपने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया। इस दौरान हेल्स एक दो शाट को छोड़कर दर्शक ही बने रहे। सैंटनर की गेंद पर उन्होंने आसान कैच दिया। न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों ने हालांकि औपचारिकता के तौर पर हल्का जश्न मनाया क्योंकि राय अभी क्रीज पर थे। इस 25 वर्षीय बल्लेबाज को सोढ़ी ने जब सीधी गेंद पर बोल्ड किया तो तब इंग्लैंड लक्ष्य से 44 रन दूर था और 47 गेंदें बची थी।
सोढ़ी ने अगली गेंद पर कप्तान इयोन मोर्गन को पगबाधा आउट किया और तब कीवी टीम में कुछ जोश दिखा।बटलर ने हालांकि उसका यह जोश जल्द ही ठंडा कर दिया। सोढ़ी जब अपना आखिरी ओवर करने के लिये आये तो बटलर ने उनकी लगातार तीन गेंदों पर पहले चौका और फिर दो छक्के जड़े। सोढ़ी के इस ओवर में 22 रन बने जिससे उनका गेंदबाजी विश्लेषण बिगड़कर चार ओवर में 42 रन दो विकेट हो गया। अब इंग्लैंड को जीत के लिये एक रन चाहिए था और ऐसे में बटलर ने सैंटनर की गेंद डीप मिडविकेट पर छह रन के लिये भेजी।
पहले बदलाव के तौर पर आये लियाम प्लंकेट की पहली गेंद पर विलियमसन भी पवेलियन लौट जाते लेकिन फाइन लेग पर खड़े आदिल राशिद उनका मुश्किल कैच नहीं ले पाये। मुनरो ने इस तेज गेंदबाज के अगले ओवर में तीन चौके जड़कर उन्हें और हतोत्साहित किया जिसके कारण इयोन मोर्गन को स्टोक्स को गेंद सौंपनी पड़ी। विलियमसन ने लांग आफ पर छक्का जड़कर उनका स्वागत किया। मुनरो ने स्विच हिट शैली में लेग स्पिनर राशिद की गेंद छह रन के लिये भेजी लेकिन मोईन अली ने विलियमसन को अपनी गेंद पर कैच करके इंग्लैंड को दूसरी सफलता दिलायी।
विलियमसन ने अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया। इसके बाद न्यूजीलैंड की लय बिगड़ गयी और मुनरो के थर्डमैन क्षेत्र में कैच देकर पवेलियन लौटने से स्थिति और बिगड़ गयी। बायें हाथ के इस बल्लेबाज की 32 गेंदों की पारी में सात चौके और एक छक्का शामिल है। उनका स्थान लेने के लिये आये रोस टेलर (छह) ने जोर्डन की गेंद पर लंबा शाट खेला भी लेकिन मोर्गन ने उसे सीमा रेखा पर बड़ी खूबसूरती से कैच में बदल दिया।