श्रीलंका के लिए क्रिकेट के मैदान पर उसके 11 खिलाड़ी नायक बनकर उभरे जिन्होंने पाकिस्तान को 23 रन से हराकर रविवार को छठी बार एशिया कप जीता और देशवासियों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी।यह जीत सिर्फ श्रीलंका के क्रिकेट के लिए ही नहीं बल्कि ऐतिहासिक और राजनीतिक तौर पर भी काफी मायने रखती है।
एक समय पांच विकेट 58 रन पर गंवाने के बाद भानुका राजपक्षा के 45 गेंद पर नाबाद 71 रन की मदद से श्रीलंका ने छह विकेट पर 170 रन बनाए।जवाब में पाकिस्तानी टीम 147 रन पर आउट हो गई जबकि एक समय उसका स्कोर दो विकेट पर 93 रन था। तेज गेंदबाज प्रमोद मधुशान ने चार ओवर में 34 रन देकर चार और लेग स्पिनर वानिंदु हसरंगा ने चार ओवर में 27 रन देकर तीन विकेट लिए।
हसरंगा ने 17वें ओवर में तीन विकेट लेकर पाकिस्तान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इससे पहले मधुशान ने बाबर आजम (पांच) और फखर जमां (शून्य) को आउट करके श्रीलंका का शिंकजा कस दिया था। मोहम्मद रिजवान ने 49 गेंद में 55 रन बनाए जबकि इफ्तिखार अहमद ने 31 गेंद में 32 रन जोड़े।
श्रीलंका ने क्षेत्ररक्षण में भी जबर्दस्त मुस्तैदी दिखाते हुए रन बचाये और अच्छे कैच लपके जबकि पाकिस्तानी क्षेत्ररक्षकों ने निराश किया।इससे पहले पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों के दिए शुरुआती झटकों से टीम को निकालते हुए भानुका राजपक्षा ने नाबाद 71 रन बनाकर श्रीलंका को छह विकेट पर 170 रन तक पहुंचाया।
पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया जो शुरुआत में सही साबित होता लग रहा था लेकिन राजपक्षा ने आखिरी चार ओवर में 50 रन बनाकर श्रीलंका को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। नसीम शाह ने चार ओवर में 40 रन देकर एक विकेट लिया जबकि हारिस रऊफ ने चार ओवर में 29 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
दोनों ने पिच से मिल रही मदद का पूरा फायदा उठाकर पावरप्ले में श्रीलंकाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी लेकिन इसके बाद राजपक्षा ने संकटमोचन की भूमिका निभाते हुए अपने कॅरियर का बेहतरीन अर्धशतक लगाया।राजपक्षा ने 45 गेंद में छह चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 71 और वानिंदु हसरंगा ने 21 गेंद में 36 रन बनाये ।
दोनों ने 58 रन की ताबड़तोड़ साझेदारी की जबकि एक समय पर श्रीलंका का स्कोर पांच विकेट पर 58 रन था। चामिका करुणारत्ने के साथ राजपक्षा ने 54 रन जोड़े और श्रीलंका को 160 के पार ले गए। पाकिस्तान के 19 वर्ष के तेज गेंदबाज शाह ने शानदार फॉर्म जारी रखते हुए कुसल मेंडिस को खाता खोले बिना ही पैवेलियन भेज दिया।
धनंजय डिसिल्वा (21 गेंद में 28 रन) ने जरूर कुछ अच्छे शॉट लगाए लेकिन ज्यादा देर टिक नहीं सके। पाथुम निसांका (आठ) को रऊफ ने पैवेलियन भेजा जबकि धनुष्का गुणतिलका (एक) उनकी बेहतरीन आउटस्विंगर का शिकार हुए।