अनिल कुंबले राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के प्रमुख कोच की अपनी नई भूमिका को लेकर बहुत उत्साहित हैं और उन्होंने भरोसा जताया है कि वह टीम इंडिया के साथ दोस्ताना माहौल में काम करेंगे.भारतीय क्रिकेट का प्रमुख चेहरा रहे कुंबले को कोचिंग का खास अनुभव नहीं होने के बावजूद उन्हें कई मजबूत दावेदारों के बीच चुना गया है. कुंबले को धर्मशाला में बीसीसीआई के सम्मेलन में बृहस्पतिवार को कोच बनाए जाने की घोषणा की गई थी. राष्ट्रीय टीम के साथ उनका पहला दौरा जुलाई-अगस्त में वेस्ट इंडीज का होगा.
कोच बनने के बाद कुंबले ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘मेरे लिए यह बड़े सम्मान की बात है और मैं भारतीय क्रिकेट से फिर से जुड़कर बहुत खुश हूं. मैं जानता हूं कि मुझसे काफी उम्मीदें हैं और मैं उन पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा.उन्होंने कहा, ‘मैं जानता हूं कि यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और मैं किसी भी चुनौती से दूर नहीं भागता हूं. कोच के लिए खिलाड़ी सबसे पहले होते हैं और मेरा रुख बतौर कोच ऐसा ही रहेगा. ड्रेसिंग रूम की मर्यादा बनाए रखना और खिलाड़ियों के साथ मिलकर काम करना ही मेरी प्रमुखता रहेगी.
कुंबले ने अपनी योजनाओं को लेकर कहा, ‘मैं अभी तो इस पर कुछ अधिक नहीं कह सकता हूं लेकिन मेरी रणनीति तो मैच जीतने की होगी. लेकिन इन सब बातों के लिए अभी समय है. यह सब खिलाड़ियों के साथ बैठकर ही तय होगा. मेरे पास वेस्ट इंडीज की आगामी सीरीज के लिए हर तरह की योजना है. लेकिन मुझे इसमें खिलाड़ियों की मदद चाहिए होगी.’
युवा भारतीय टीम के साथ काम करने को लेकर और योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘भारत की टीम काफी युवा है. एक युवा टीम का कोच बनने के लिए आपको अधिक मेहनत करनी होगी. टीम के अभ्यास से लेकर रणनीति बनाने तक उनका साथ देना होगा. क्योंकि यह युवा टीम है तो मुझे मैदान पर और बाहर एक अनुभवी बड़े भाई की तरह काम करना होगा. मैं खिलाड़ियों को पहले से जानता हूं और उनसे तालमेल बैठाने में भी मदद मिलेगी.