टी20 वर्ल्ड कप के भारत-पाक मैच से पहले विवाद बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान ने धमकी दी है कि अगर उसकी टीम काे फुलप्रूफ सिक्युरिटी की गारंटी नहीं मिली तो वह वर्ल्ड कप नहीं खेलेगा। वहीं, 19 मार्च को हिमाचल के धर्मशाला में होने वाले इस मैच के खिलाफ वॉर वेटरन्स ने विरोध तेज कर दिया है। 70 हजार पूर्व सैनिकों के एसोसिएशन ने कहा है कि पाकिस्तान को यहां खेलना है, तो वह पहले पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर का सिर काटकर लाए।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन शहरयार खान ने गुरुवार रात कहा, “हमने आईसीसी से कहा है कि भारत सरकार को एक ही कदम उठाना है। उसे पब्लिक स्टेटमेंट देना है कि वह पाकिस्तानी टीम का वेलकम करने को तैयार है और उसे पूरी सिक्युरिटी की गारंटी देती है। भारत ने अब तक ऐसा नहीं कहा है।हमने अपनी टीम को भारत जाने की इजाजत दी है, लेकिन हमें भारत में उसकी सिक्युरिटी की गारंटी चाहिए। मैंने बीसीसीआई से बात की है। उसका कहना है कि यहां अंदरूनी राजनीति हो रही है।”
हिमाचल के सीएम खुद कह रहे हैं कि वे सिक्युरिटी की गारंटी नहीं दे सकते। हमारी टीम को वहां खतरा है।अगर भारत ने सिक्युरिटी की गारंटी का बयान नहीं दिया तो हमारी टीम का भारत जाना मुश्किल होगा। हम ऐन वक्त पर टूर्नामेंट से हट भी सकते हैं।इंडियन एक्स सर्विसमैन लीग के हिमाचल में 70 हजार पूर्व सैनिक मेंबर हैं।इस लीग ने भारत-पाक मैच को धर्मशाला में कराने का विरोध किया है।
लीग ने कहा है कि अगर धर्मशाला में मैच हुए तो हम 10 मार्च से ऑपरेशन बलिदान शुरू करेंगे। लीग के स्टेट प्रेसिडेंट विजय सिंह मानकोटिया ने कहा- “पहले पाकिस्तानी आतंकी मसूद अजहर का सिर काटकर भारत को दिया जाए, इसके बाद मैच कराने की बात हो।”
अगर एनडीए सरकार आतंक और बातचीत एक साथ नहीं हो पाने की बात करती है तो फिर आतंक और टी20 एक साथ कैसे हो सकता है? अगर मैच हुआ और वहां पाकिस्तानी झंडे लहराए गए तो हालात बिगड़ सकते हैं।”
इंटेलिजेंस रिपोर्ट में कहा गया है कि धर्मशाला में मैच देखने के लिए 7 हजार पाकिस्तानी फैन्स कश्मीर के रास्ते पहुंच सकते हैं।इतनी बड़ी संख्या में पाकिस्तानी फैन्स की सिक्युरिटी को मैनेज करना राज्य सरकार और भारतीय एजेंसियों के लिए चैलेंज होगा।हिमाचल प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा था कि दोनों देशों के बीच यहां क्रिकेट मैच नहीं होना चाहिए। इस बारे में उन्होंने होम मिनिस्ट्री को लेटर भी लिखा था।
उनका कहना था, “जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमलों में हिमाचल के जवान शहीद हुए। ऐसे में, भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच नहीं होना चाहिए। खासकर, धर्मशाला में तो बिल्कुल नहीं।उन्होंने कहा कि देश के किसी दूसरे राज्य में ये मैच कराने में कोई दिक्कत नहीं है। अगर मैच धर्मशाला में होता है, तो ये प्रदेश के लोगों की इच्छा के खिलाफ होगा।हालांकि, जब आईसीसी ने दो महीने पहले वर्ल्ड कप का शेड्यूल जारी किया था, तब सीएम ने ही इस मैच को हरी झंडी दे दी थी।
अनुराग ठाकुर ने इससे पहले कहा था कि खेल पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।ठाकुर के मुताबिक, ”टी20 वर्ल्ड कप के मैच एक साल पहले ही तय हो गए थे। अब ऐन वक्त पर वेन्यू बदलना लगभग नामुमकिन है।यदि ऐसा होता है तो आईसीसी धर्मशाला पर 10 साल का बैन भी लगा सकता है। भारत-पाकिस्तान के बीच सीरीज होना और आईसीसी के मैच होना अलग-अलग बातें हैं।
टी20 वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान का मुकाबला अगर हिमाचल के धर्मशाला में नहीं हुआ तो उसका वेन्यू कोलकाता में शिफ्ट किया जा सकता है।बीसीसीआई ने धर्मशाला को लेकर चल रहे विवाद के बीच ईडन गार्डन को बतौर ऑप्शन शॉर्ट लिस्ट किया है।