आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार सातवीं बार मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के अध्यक्ष बनने के लिए आज (बुधवार) चुनाव लड़ रहे हैं। उनका सीधा मुकाबला शिवसेना से समर्थन हासिल करने वाले विजय पाटिल से है। दोनों ही पक्षों ने शानदार रात्रि भोजों का आयोजन करके लगभग 300 मतदाता क्लबों और जिमखानों को लुभाने की कोशिश की है। विजय पाटिल ने अपनी डिनर पार्टी में पवार से मुकाबले से हटने और क्रिकेट फर्स्ट पैनल को आशीर्वाद देने का आग्रह किया। इसके जवाब में पवार ने कहा कि वह संभवत: चुनाव नहीं लड़ते यदि पाटिल उनसे वादा करते कि एमसीए को मिले अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल मैचों को उनके (पाटिल) नवी मुंबई स्थित डी वाई पाटिल स्पोर्ट्स अकादमी स्टेडियम में आयोजित नहीं किया जाएगा।
शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे खुलकर पाटिल के समर्थन में आ गये हैं। उन्होंने पैनल की सोमवार रात को आयोजित डिनर पार्टी में पाटिल के समर्थन की घोषणा की। उन्होंने पवार की यह कहते हुए आलोचना की कि महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर संन्यास ले चुके हैं लेकिन पवार अब भी बल्लेबाजी जारी रखना चाहते हैं जबकि एमसीए में लंबे समय तक रहने के बावजूद उनका स्कोर शून्य है।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को जवाब देते हुए पवार ने मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह शून्य पर बल्लेबाजी नहीं कर रहे हैं बल्कि वह कई शतक बनाकर नाबाद हैं। पवार ने कहा, एमसीए के प्रशासनिक इतिहास में शेषराव वानखेड़े का प्रदर्शन शानदार रहा क्योंकि वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने आधारभूत ढांचा तैयार किया था। पिछले कुछ वर्षों में मेरे कार्यकाल में जो क्रिकेट सेंटर तैयार किया गया वह न सिर्फ एमसीए बल्कि बीसीसीआई का मुख्यालय भी है।
एनसीपी प्रमुख ने कहा, इसके अलावा बीकेसी की इंडोर सुविधाएं में भारत में इस तरह की पहली है। हमने कांदिवली में भी इसी तरह की सुविधाओं का निर्माण किया और अब ठाणे में ऐसी सुविधाओं की योजना है। मैं केवल एक शतक पर नहीं बल्कि कई शतकों पर बल्लेबाजी कर रहा हूं। उन्होंने स्वीकार किया कि डी वाई पाटिल स्टेडियम को पूर्व में आस्ट्रेलिया के खिलाफ एक वनडे दिया गया था जो बारिश के कारण नहीं खेला जा सका था।उन्होंने कहा, वानखेड़े में जब नवीनीकरण का काम चल रहा था तब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से अनुमति ली गयी थी। आईसीसी ने एक शर्त रखी थी कि किसी स्थल को अंतरराष्ट्रीय मैचों के आयोजन की मंजूरी हासिल करने के लिये उस स्थल पर क्रिकेट के अलावा किसी अन्य खेल का आयोजन नहीं किया जा सकता है।