फिलैंडर और डेल स्टेन के चोटिल होने के कारण दक्षिण अफ्रीका ने तेज गेंदबाज मर्चेंट डि लेंगे को भारत के खिलाफ अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिये रिजर्व गेंदबाज के रूप में टीम में शामिल किया.क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका की प्रेस विज्ञप्ति में शुक्रवार को कहा गया है कि स्टेन ग्रोइन की चोट से अच्छी प्रगति कर रहे हैं लेकिन उनका 25 नवंबर से नागपुर में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में खेलना संदिग्ध है. स्टेन मोहाली में खेले गये पहले टेस्ट मैच के दौरान चोटिल हो गये थे जिसमें दक्षिण अफ्रीकी टीम को हार का सामना करना पड़ा था.
फिलैंडर बेंगलुरू में दूसरे टेस्ट मैच से पहले वार्म अम फुटबाल मैच के दौरान चोटिल हो गये थे. उनके टखने में चोट लगी है और वह उपचार के लिये स्वदेश लौट गये हैं.डि लेंगे दौरे के शुरू में दक्षिण अफ्रीका की टी20 टीम का हिस्सा थे जिसने भारत को 2-0 से हराया था. उन्होंने अब तक केवल दो टेस्ट मैच खेले हैं. इनमें से आखिरी मैच उन्होंने 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंगटन में खेला था.
दक्षिण अफ्रीकी टीम चार मैचों की श्रृंखला में अभी 0-1 से पीछे चल रही है. भारत ने मोहली में जीत दर्ज की लेकिन इसके बाद बेंगलुरू में दूसरे टेस्ट मैच में बारिश के कारण आखिरी चार दिन का खेल नहीं हो पाया था.डि लेंगे को टीम में शामिल करने के बारे में दक्षिण अफ्रीकी कोच रसेल डोमिंगो ने कहा, ‘‘अभी हमारे पास केवल तीन फिट तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल, कैगिसो रबादा और काइल एबोट हैं.
डेल अब भी ग्रोइन की चोट से जूझ रहा है और इसलिए हमने मर्चेंट को कवर के तौर पर टीम में शामिल करने का फैसला किया.’’डोमिंगो ने कहा, ‘‘मर्चेंट का सबसे मजबूत पक्ष तेजी है. यदि गेंद रिवर्स स्विंग करने लग जाती है तो फिर उसका जवाब नहीं. हालांकि स्वदेश में उसका प्रदर्शन अनियमित रहा लेकिन हम जानते हैं कि वह प्रभाव छोड़ने वाला गेंदबाज है जो एक अच्छे स्पैल से मैच का पासा पलट सकता है. जो गेंदबाज 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद करता हो उसका अपना महत्व है.’’
दक्षिण अफ्रीकी टीम कल नागपुर पहुंचेगी. डोमिंगो ने कहा कि उनकी पिछली टीमों ने जामथा के विदर्भ क्रिकेट संघ मैदान पर अच्छा प्रदर्शन किया और वे उससे प्रेरणा लेकर तीसरे मैच में उतरेंगे. उनका हालांकि मानना है कि इस स्थान पर अपना विजय अभियान जारी रखने के लिये उन्हें काफी सुधार करने की जरूरत पड़ेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पहले भी ऐसा किया है. हम जानते हैं कि दो मैच बचे हुए हैं और हम अब भी मुकाबले में हैं. हम अभी 1-0 से पीछे हैं और पूरी संभावना है कि नागपुर में हम बराबरी करने में सफल रहेंगे. हम जानते हैं कि हमें बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा प्रदर्शन करना होगा. हमें उम्मीद है कि हम अपने खेल में सुधार करने में सफल रहेंगे.’’
डोमिंगो ने कहा, ‘‘हमारे पास कई अनुभवहीन खिलाड़ी हैं जिन्हें भारत में खेलने का अनुभव नहीं है लेकिन उम्मीद है कि उन्होंने इन पहले दो मैचों में से काफी कुछ सीखा होगा.’’ दक्षिण अफ्रीकी कोच ने नागपुर में 2010 में खेले गये मैच का जिक्र किया जिसमें खराब शुरूआत के बाद उसने पारी के अंतर से जीत दर्ज की थी.