लोढ़ा समिति की सिफारिशों को देखते हुए बीसीसीआई पर नेतृत्व संकट का खतरा मंडराने लगा है क्योंकि यदि इस रिपोर्ट को ज्यों का त्यों लागू किया जाता है तो बोर्ड के 95 प्रतिशत पदाधिकारियों को अपना पद छोड़ना पड़ेगा।क्रिकेट बोर्ड के सूत्रों के अनुसार, विशेष आम सभा की बैठक में बीसीसीआई सदस्यों ने इस मसले पर चर्चा की।
इसके बाद तकनीकी आधार पर इसे शनिवार तक के लिये स्थगित कर दिया गया। सूत्रों ने बताया कि चर्चा उच्चतम न्यायालय से नियुक्त समिति की सिफारिशों को लागू करने पर केंद्रित रही। सदस्यों को लगता है कि इससे बीसीसीआई की स्थिति काफी नाजुक हो गयी है।
सदस्यों का मानना था कि यदि सिफारिशों को लागू किया जाता है तो भारतीय क्रिकेट में अव्यवस्था का माहौल बन जाएगा क्योंकि 95 प्रतिशत बीसीसीआई नेतृत्व बाहर हो जाएगा। बीसीसीआई के एक सदस्य ने कहा हम जानते हैं कि लोढ़ा समिति क्रिकेट की बेहतरी चाहती है लेकिन यदि पूरा नेतृत्व ही समाप्त हो जाएगा तो फिर भारतीय क्रिकेट को कौन चलाएगा। इससे संगठनात्मक अव्यवस्था पैदा हो जाएगी और इससे भारतीय क्रिकेट को नुकसान होगा।