किंग्स इलेवन पंजाब ने अपना विजय अभियान जारी रखा। उसने दिल्ली डेयरडेविल्स को उसके घरेलू मैदान पर 4 रन से हराया। किंग्स इलेवन पंजाब ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 8 विकेट पर 143 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली 20 ओवर में 8 विकेट पर 139 रन ही बना सकी। श्रेयस अय्यर ने सर्वाधिक 57 रन बनाए।
वहीं दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर इस मैच में भी फ्लाप रहे। वह 13 गेंद पर सिर्फ 4 रन ही बना सके। किंग्स इलेवन पंजाब के गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। अंकित राजपूत ने 23 रन पर 2, एंड्रयू टाय और मुजीब उर रहमान ने 25-25 रन देकर 2-2 विकेट लिए। अंकित को मैन ऑफ द मैच चुना गया। एंड्रयू टाय ने 6 मैच में 9 विकेट लेकर पर्पल कैप पहनी।
दिल्ली की शुरुआत बढ़िया रही। पृथ्वी शॉ ने 10 गेंद पर ही 22 रन ठोक दिए थे। लेकिन तीसरे ओवर की तीसरी गेंद पर उन्हें अंकित राजपूत ने बोल्ड कर दिया।इसके बाद ग्लेन मैक्सवेल भी कुछ खास नहीं कर सके। 12 रन के निजी स्कोर पर अंकित की गेंद पर वे एंड्रयू टाय को अपना कैच थमा बैठे।
उनके बाद रिषभ पंत (4) और डेनियल क्रिश्चियन (6) भी दहाई के अंक तक नहीं पहुंच सके।हालांकि राहुल तेवतिया और श्रेयस अय्यर ने छठे विकेट के लिए 47 रन जोड़े, लेकिन टीम का स्कोर जब 123 रन था, तो एंड्रयू टाय की गेंद पर शॉट लगाने के चक्कर में वे लोकेश राहुल को कैच थमा बैठे।
इसके बाद भी श्रेयस अय्यर ने हौसला नहीं खोया। अंतिम ओवर में टीम को जीत के लिए 17 रन बनाने थे।मुजीब उर रहमान ने श्रेयस को गेंद फेंकी। कोई रन नहीं बना। दूसरी गेंद पर श्रेयस ने छक्का जड़कर अपनी फिफ्टी पूरी की। दिल्ली को जीत के लिए 4 गेंद पर 11 रन की जरूरत थी।तीसरी गेंद पर श्रेयस ने फिर कोई रन नहीं लिया। चौथी गेंद पर उन्होंने 2 रन लिए।
दिल्ली को जीत के लिए 2 गेंद पर 9 रन चाहिए थे।पांचवीं गेंद पर श्रेयस ने चौका मारा। दिल्ली का स्कोर 139 रन हुआ। जीत के लिए आखिरी गेंद पर 5 रन की जरूरत थी।छठी गेंद पर श्रेयस ने छक्का मारने का प्रयास किया, लेकिन एरोन फिंच ने उन्हें लपकने में कोई गलती नहीं की। इसके साथ ही किंग्स इलेवन पंजाब 4 रन से मुकाबला जीत गया।
किंग्स इलेवन पंजाब ने इस मैच में क्रिस गेल को आराम दिया। उनकी जगह डेविड मिलर को शामिल किया।डेविड मिलर को दो बार जीवनदान मिला। मिलर जब 6 रन पर थे, तब मैक्सवेल ने उनका कैच छोड़ दिया।इसके बाद जब वे 10 रन पर थे, तब अपना पहला आईपीएल मैच खेल रहे पृथ्वी शॉ ने उनका कैच टपका दिया।
मिलर ने इसके बाद अपने खाते में 16 रन और जोड़े। यदि पृथ्वी और मैक्सवेल ने मिलर का कैच न छोड़ा होता तो जीत दिल्ली के खाते में आती।इसी तरह दिल्ली के गेंदबाजों ने 14 जबकि पंजाब के गेंदबाजों ने 9 एक्स्ट्रा रन दिए।साफ है कि यदि दिल्ली के गेंदबाजों ने पंजाब के जितने एक्स्ट्रा रन ही दिए होते तब भी जीत का सेहरा दिल्ली के सिर बंधता।
किंग्स इलेवन पंजाब ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 143 रन बनाए। दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से लियाम प्लंकेट ने सर्वाधिक 3 विकेट लिए। ट्रेंट बोल्ट और आवेश खान ने 2-2 विकेट लिए।पंजाब की बल्लेबाजी के दौरान ट्रेंट बोल्ट आईपीएल-11 में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। उनके 6 मैच में 8.33 की औसत से 9 विकेट हो गए थे। पंजाब की पारी के बाद उन्हें पर्पल कैप पहनाई गई।
हालांकि वे इसे ज्यादा देर तक नहीं पहन सके। दिल्ली की बल्लेबाजी के दौरान एंड्रयू टाय ने 2 विकेट लिए। उनके भी 6 मैच में 7.91 की औसत से 9 विकेट हो गए। इसलिए पर्पल कैप उन्हें सौंप दी गई।इससे पहले दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान गौतम गंभीर ने टॉस जीता और किंग्स इलेवन पंजाब को बल्लेबाजी करने का न्योता दिया।यह टूर्नामेंट का 22वां मुकाबला था। दिल्ली ने इस मैच में जेसन रॉय औरऑल राउंडर क्रिस मौरिस की जगह डेनियल क्रिश्चियन और लियाम प्लंकेट को टीम में शामिल किया।