लम्बे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली का बचाव करते हुए पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा कि अभी भी उसका कोई सानी नहीं है और वह इस जरूरी ब्रेक के बाद शानदार वापसी करेगा।एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 28 अगस्त को होने वाला मैच पूर्व कप्तान विराट कोहली का 100वां टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच होगा।
पिछले साल टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान से हारने के बाद भारत का चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ यह पहला मैच है।शास्त्री ने अप्रैल में कोहली को क्रिकेट से ब्रेक लेने और जरूरी लगे तो आईपीएल भी नहीं खेलने की सलाह दी थी। शास्त्री ने कहा मैंने हाल ही में कोहली से बात नहीं की है लेकिन बड़े खिलाड़ी हमेशा समय पर चेत जाते हैं।
एशिया कप से पहले लिया ब्रेक उसके लिए फायदेमंद होगा जिसमें उसने आत्ममंथन किया होगा। लोगों की याददाश्त बहुत छोटी होती है। पाकिस्तान के खिलाफ वह अर्धशतक बना लेगा तो लोग सब कुछ भूल जाएंगे। शास्त्री ने कहा मैंने हाल ही में एक आंकड़ा देखा कि पिछले तीन साल में कोहली ने अपने समकालीन केन विलियमसन, डेविड वॉर्नर या जो रूट की तुलना में तीन गुना मैच खेले हैं।
वह तीनों प्रारूपों में लगातार खेल रहा था जिसका असर पड़ा होगा। उन्होंने कहा इसके बावजूद उसके जैसा फिट कोई और भारतीय क्रिकेटर नहीं है। वह एक मशीन है और उसके भीतर जीत की भूख और जुनून जस की तस है। हर बड़ा खिलाड़ी खराब दौर से गुजरता है और उससे सीखता है।
उसे बस एक बड़ी पारी की जरूरत है।पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने कहा पिछले एक साल से सोशल मीडिया पर जिस तरह से कोहली की आलोचना हो रही है, वह बिल्कुल गैर जरूरी है। वह सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से है। फॉर्म अस्थायी होता है और क्लास हमेशा रहता है।
उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा उम्मीद है कि वह जल्दी वापसी करेगा लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ नहीं करे।पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम की कोहली से तुलना को जल्दबाजी करार देते हुए अकरम ने कहा यह तुलना स्वाभाविक है और हर दौर में हुई है।
इंजमाम उल हक की तुलना सचिन तेंदुलकर से, गुंडप्पा विनाथ की जहीर अब्बास से और जावेद मियांदाद की सुनील गावस्कर से तुलना हुई है।’ उन्होंने कहा, ‘बाबर के पास अच्छी तकनीक है और वह तेजी से सीख रहा है। वह उस रास्ते पर है कि कोहली की तरह महान बन सकता है लेकिन उसकी तुलना अभी जल्दबाजी है।