इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के शुरुआती मैच से पहले अनिल कुंबले चयन की दुविधा में फंसे हुए हैं कि वह हार्दिक पंड्या को पांचवें गेंदबाज के तौर पर चुने या फिर करुण नायर को छठे बल्लेबाज के तौर पर अंतिम एकादश में रखें.हालांकि भारत के मुख्य कोच ने अपनी प्राथमिकता का खुलासा नहीं किया और दोनों खिलाड़ियों की प्रतिभा का गुणगान किया.
कुंबले ने स्पष्ट किया कि टीम हार्दिक को बतौर ऑलराउंडर खुद अभिव्यक्त करने देना चाहेगी जिसमें पांचवें गेंदबाज की काबिलियत है और साथ ही उन्होंने यह बात भी बतायी कि टीम प्रबंधन प्रतिभाशाली करुण का भी पूर्ण समर्थन करेगा, अगर उसे मौका मिलता है.हार्दिक के बारे में पूछने पर इस महान स्पिनर ने सकारात्मक जवाब दिया.
उन्होंने कहा हार्दिक काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी है. जब वह आईपीएल में भी आया था, उसने अपनी क्षमता दिखायी थी. हां, छोटा प्रारूप अलग है लेकिन हम सभी हार्दिक की क्षमता देख चुके हैं.भले ही टी-20 में आपने उसकी झलक देखी हो, या फिर धर्मशाला (तीन विकेट) में उसे गेंदबाजी या दिल्ली (30 से ज्यादा रन) में बल्लेबाजी करते देखा हो. इसलिए हमने उसे टेस्ट टीम में शामिल करने का समर्थन किया.’ आप महसूस कर सकते हो कि उनके दिमाग में क्या चल रहा था जब वह हार्दिक की पांचवें गेंदबाज के रूप में क्षमता के बारे में बात कर रहे थे.
कुंबले ने कहा हम सभी पांचवें गेंदबाजी की अहमियत समझते हैं. और अगर कोई 140 की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकता है और वह निचले क्रम में बल्लेबाजी का भी विकल्प देता है तो हम सचमुच देख रहे हैं कि हार्दिक कैसे उभरता है. जब भी उसे मौका मिलेगा, हम उसे पूरी तरह से अभिव्यक्त करने की स्वतंत्रता देंगे. टीम में एक ऑलराउंडर का होना अच्छा होगा.’