भारत ने हरारे में तीसरे ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में जिम्बाब्वे को तीन रन से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से जीती.पहले बल्लेबाजी का न्यौता पाने वाले भारत की शुरूआत अच्छी नहीं रही. एक समय उसका स्कोर तीन विकेट पर 27 रन था लेकिन जाधव के 42 गेंदों पर सात चौकों और एक छक्के की मदद से बनाये गये 58 रन और आखिरी तीन ओवरों में 43 रन जुटाने से वह छह विकेट पर 138 रन का सम्मानजनक स्कोर बनाने में सफल रहा. जिम्बाब्वे की तरफ से डोनाल्ड टिरिपानो सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 20 रन देकर तीन विकेट लिये जो उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है.
जिम्बाब्वे ने वुसी सिबांडा (28), पीटर मूर (26) और टिमिसेन मारूमा (23) की तेजतर्रार पारियों से आखिरी गेंद तक मैच को रोमांचक बनाये रखा लेकिन आखिर में उसकी टीम छह विकेट पर 135 रन ही बना पायी और इस तरह से भारत ने वनडे श्रृंखला में क्लीनस्वीप करने के बाद टी20 श्रृंखला भी अपने नाम करके इस संक्षिप्त दौरे का अंत किया.
आखिरी ओवर में हालांकि मैच रोमांचक बन गया था. जिम्बाब्वे को इस ओवर में 21 रन की दरकार थी. पिछले मैच के नायक बरिदंर सरन के पहली दो गेंदों पर ही 12 रन चले गये. मारूमा ने उनकी पहली गेंद पर छक्का जड़ा. दूसरी गेंद वाइड गयी जबकि अगली गेंद नोबाल हो गयी जिसमें चौका लगा. पांचवीं गेंद पर एल्टन चिगुंबुरा (16) ने चौका लगाया. अब अंतिम गेंद पर चार रन की दरकार थी लेकिन चिगुंबुरा ने कवर पर कैच थमा दिया.
जिम्बाब्वे की तरफ से शुरू में सिबांडा ने रन बनाने का जिम्मा उठाया. उन्होंने हैमिल्टन मासकाद्जा (16) के साथ दूसरे विकेट के लिये 40 रन की साझेदारी की. सिबांडा ने इस बीच भारत के सबसे सफल गेंदबाज धवल कुलकर्णी (23 रन देकर दो विकेट पर) पर लगातार तीन चौके भी लगाये. भारत ने इन तीनों को तीन रन के अंदर आउट करके वापसी की. अक्षर पटेल ने मासकाद्जा जबकि कुलकर्णी ने सिबांडा को पगबाधा आउट किया.
लेकिन मूर ने आते ही भारतीयों की धड़कने बढा दी. उन्होंने आते ही यजुवेंद्र चाहल पर छक्का लगाया और इसी लेग स्पिनर के अगले ओवर में दो और छक्के जड़े. आखिर में जश्न मनाने का मौका चाहल को मिला जिन्होंने मूर को मनदीप सिंह के हाथों कैच कराया.जिम्बाब्वे को आखिरी तीन ओवर में 35 रन चाहिए थे लेकिन उसने मैलकम वालेर (10) का विकेट गंवा दिया. मारूमा (23) ने आखिरी ओवर में मैच जीवंत करने से पहले जसप्रीत बुमरा पर छक्का लगाकर जिम्बाब्वे के दर्शकों को उत्साहित किया था.
इससे पूर्व भारत को दौरे में पहली बार पहले बल्लेबाजी का मौका मिला लेकिन जिम्बाब्वे ने उसका शीर्ष क्रम झकझोर कर पहले क्षेत्ररक्षण के अपने फैसले को सही साबित कर दिया. मनदीप सिंह (चार), बेहतरीन फार्म में चल रहे केएल राहुल (22) और मनीष पांडे (शून्य) पहले पांच ओवर के अंदर ही पवेलियन में विराजमान हो गये थे. स्कोर था यह पहला अवसर है जबकि भारत ने जिम्बाब्वे के खिलाफ पावरप्ले में तीन विकेट गंवाये.
जिम्बाब्वे ने शुरू में कसी हुई गेंदबाजी की. पहले दो ओवरों में केवल चार रन बने. राहुल ने टेंडाई चतारा के अगले ओवर में दो चौकों और एक छक्के की मदद से 16 रन बटोरे. टिरिपानो ने हालांकि अपने दूसरे ओवर की पहली गेंद पर मनदीप को आउट कर दिया. टिमिसेन मारूमा ने उनका खूबसूरत कैच लपका. राहुल ने पहले बदलाव के रूप में आये नेविल मादजिवा की गेंद अपने स्टंप पर खेली जबकि नये बल्लेबाज मनीष पांडे तेजी से रन लेने के प्रयास में रन आउट हो गये.
भारत दसवें ओवर में 50 रन के पार पहुंचा. जाधव ने पहले गेंदबाजों को समझने के बाद अपने हाथ खोलने शुरू किये जबकि रायुडु 24वीं गेंद का सामना करते हुए पहली बार गेंद को सीमा रेखा के दर्शन कराये. उन्होंने इसके तुरंत बाद लांग आन पर आसान कैच देकर अपना विकेट गंवाया. रायुडु ने 26 गेंदों पर 20 रन बनाये.
रिकार्ड 324वें मैच में भारतीय कप्तानी कर रहे महेंद्र सिंह धोनी 13 गेंद पर केवल नौ रन बना पाये. टिरिपानो ने अपने दूसरे स्पैल की दूसरी गेंद पर ही उन्हें बोल्ड कर दिया. धोनी नीची रहती गेंद को नहीं समझ पाये जो उनके बल्ले को चूमकर विकेटों में समा गयी. यही नहीं एक गिल्ली उछलकर धोनी के चेहरे पर लग गयी थी.
जाधव 17वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का जड़कर भारतीय स्कोर तिहरे अंक में पहुंचाया. उन्होंने चतारा के इसी ओवर की आखिरी दो गेंदों पर लगातार दो चौके जड़कर 30 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया. टिरिपानो ने उन्हें लांग आन पर आसान कैच देने के लिये मजबूर किया. अक्षर पटेल (नाबाद 20) ने पारी के आखिरी ओवर में मादजिवा पर छक्का जड़ा.