नागपुर के जामठा स्टेडियम में चल रहे तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन भारत ने दूसरी पारी में लंच तक बिना किसी विकेट के नुकसान पर 7 रन बना लिए हैं। शिखर धवन और मुरली विजय क्रीज पर हैं। बता दें कि भारत ने पहली पारी में 215 रन बनाए थे, जवाब में साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 79 रन बनाए। यह भारत के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका का न्यूनतम स्कोर है। 2006 में जोहानिसबर्ग में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 84 रनों पर समेट दिया था।
साउथ अफ्रीकी टीम भारतीय स्पिनर्स के सामने लंच तक भी नहीं टिक सकी और 33.1 ओवर्स में सिर्फ 79 रन बनाकर आउट हो गई। मेहमान टीम के लिए जेपी डुमिनी ने सर्वाधिक 35 रन की पारी खेली। उसके 8 बैट्समैन दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। आर. अश्विन भारत के लिए सबसे सफल बॉलर रहे। उन्होंने 16.1 ओवर्स में 32 रन देकर 5 विकेट चटकाए, जबकि रवींद्र जडेजा ने 33 रन देकर 4 विकेट लिए। एक अन्य विकेट अमित मिश्रा के खाते में गया।
215 रन के जवाब में बैटिंग करने उतरी साउथ अफ्रीका की शुरुआत काफी खराब रही। उसके 4 विकेट सिर्फ 12 रन के टीम स्कोर पर गिर गए थे। 1902 के बाद पहली बार हुआ कि साउथ अफ्रीका के पांच टॉप ऑर्डर बैट्समैन 12 रन पर आउट हुए। 1902 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके 5 विकेट 14 रन गिर गए थे। जिल के रूप में पहला झटका लगा। उन्हें आर. अश्विन ने रहाणे के हाथों कैच कराया। जिल 7 बॉल खेलकर खाता नहीं खो सके। इसके कुछ ही देर बाद नाइट वाचमैन के रूप में आए इमरान ताहिर (4) को जडेजा ने बोल्ड कर दिया।
गुरुवार को मैच के दूसरे दिन के पहले ही ओवर में आर. अश्विन ने डीन एल्गर को 7 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड करते हुए साउथ अफ्रीका को तीसरा झटका दिया। अश्विन ने अपने अगले ओवर में मेहमान टीम के कप्तान हाशिम अमला को एक रन पर आउट कर दिया। इसके बाद एबी डिविलियर्स (0) को जडेजा अपनी ही बॉल पर कैच आउट किया। डुमिनी (35) को छोड़कर कोई भी बैट्समैन भारतीय बॉलर्स का सामना नहीं कर सका।
भारत : विराट कोहली ( कप्तान ), मुरली विजय, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, रिद्धिमान साहा, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, अमित मिश्रा, इशांत शर्मा।
साउथ अफ्रीका : हाशिम अमला ( कप्तान ), एबी डिविलियर्स, डीन एल्गर, फॉफ डु प्लेसिस, जेपी डुमिनी, स्टियान वान जिल, डेन विलास, सिमोन हार्मर, इमरान ताहिर, मोर्नी मोर्कल, कागिसो रबाडा।