साउथ अफ्रीका ने भारत को दूसरे टी-20 मुकाबले में छह विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी हासिल कर ली है। साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले तो भारत को 4 विकेट पर 188 रनों के स्कोर पर रोका। इसके बाद मैन ऑफ द मैच विकेट कीपर बल्लेबाज हेंड्रिक्स क्लासेन (69) और कप्तान जेपी डुमिनी (64*) के अर्धशतकों से 18.4 ओवर में 4 विकेट पर टारगेट को पूरा किया।
सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच 24 फरवरी को केपटाउन में खेला जाएगा।पहली पारी में बल्लेबाज मनीष पांडे (79) और महेंद्र सिंह धोनी (52) ने नाबाद हाफसेंचुरी बनाई। मैच में मनीष पांडे पूरी लय में दिखे। वे साउथ अफ्रीका में छोटे फार्मेट में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले पहले भारतीय बन गए।
उन्होंने 48 गेंदों में छह चौके और तीन छक्कों की मदद से यह पारी खेली है। जबकि, धोनी ने 52 रनों के लिए 28 गेंदें खेलीं। जिसमें चार चौके और तीन छक्के शामिल हैं। शिखर धवन और सुरेश रैना ने क्रमश: 24 और 31 रनों की पारी खेली।वहीं, साउथ अफ्रीका की ओर से क्लासेन और डुमिनी के अलावा हेंड्रिक्स ने 26 रनों की पारी खेली।
भारत की ओर से युजवेंद्र चहल सबसे मंहगे गेंदबाज साबित हुए। उन्होंने 4 ओवर में 64 रन दिए।कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा कुछ खास नहीं कर पाए। रोहित जहां पारी के दूसरे ओवर की पहली ही गेंद पर एलबीडब्लू आउट हुए। वह खाता भी नहीं खोल पाए। वहीं कप्तान विराट कोहली महज 1 रन बनाकर आउट हो गए।
एमएस धोनी ने इस मैच में 52 रन बनाए। 88 टी-20 मैचों में धोनी की यह सिर्फ दूसरी हाफसेंचुरी है। 35 रन से 52 रन तक पहुंचने में धोनी ने सिर्फ पांच गेंदें खेलीं।मनीष पांडे ने इस मैच में 79 रन बनाए। यह साउथ अफ्रीका में किसी भी भारतीय बल्लेबाज का टी-20 में सबसे बड़ा स्कोर है।टी-20 मैचों में रोहित शर्मा 04 बार 0 पर आउट हुए।
इस तरह वे टी-20 में सबसे ज्यादा बार 0 पर आउट होने भारतीय बल्लेबाज बने। दूसरे टी-20 में रोहित को डाला ने पहली ही गेंद पर एलबीडब्लू आउट किया।सेंचुरियन का यह सुपर स्पोर्ट्स पार्क मैदान मनीष पांडे के लिए काफी लकी है। इसी मैदान पर उन्होंने आईपीएल में सेंचुरी लगाई थी।
2009 में साउथ अफ्रीका में हुए इंडियन प्रीमियर लीग में उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु की ओर से खेलते हुए डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ 73 गेंदों में 10 चौके और 4 छक्के की मदद से नॉट आउट 114 रनों की पारी खेली थी। यह मैच 21 मई को खेला गया था।