भारत ने न्यूजीलैंड को कानपुर टेस्ट में हरा दिया है। पांचवें और अंतिम दिन के खेल में 500वें टेस्ट में भारत ने न्यूजीलैंड को 197 रन से मात दे दी। न्यूजीलैंड की दूसरी पारी सिर्फ 236 रनों पर ही सिमट गई और वह भारतीय गेंदबाजों का मुकाबला नहीं कर पाई। स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने दूसरी पारी में छह विकेट लिए। आज पांचवां दिन जब खेल शुरु हुआ तब भारत जीत से सिर्फ छह विकेट दूर था। देखते-देखते फिरकी की फांस में न्यूजीलैंड फंसता चला गया और भारत ने ऐतिहासिक 500वें टेस्ट में उसे हरा दिया।
इससे पहले कल यानी चौथे दिन करिश्माई आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के रिकार्ड प्रदर्शन से भारत ने शनिवार को यहां बड़े लक्ष्य का पीछा करने के लिये उतरे न्यूजीलैंड के शीर्ष क्रम को झकझोर कर पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में बड़ी जीत की तरफ मजबूत कदम बढ़ाये। भारत ने अपनी दूसरी पारी पांच विकेट पर 377 रन पर समाप्त घोषित करके न्यूजीलैंड के सामने जीत के लिये 434 रन का लक्ष्य रखा।
न्यूजीलैंड ने इसके जवाब में चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट पर 93 रन बनाये थे। न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों के लिये अश्विन का सामना करना मुश्किल रहा जिन्होंने अब तक 68 रन देकर तीन विकेट लिये हैं। अपना 37वां टेस्ट मैच खेल रहे अश्विन ने इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट भी पूरे किये। वह आस्ट्रेलिया के क्लेरी ग्रिमेट (36 मैच) के बाद सबसे कम मैचों में इस मुकाम पर पहुंचने वाले दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी बने।
भारत ने सुबह अपनी पारी एक विकेट पर 159 रन से आगे बढ़ायी। उसकी तरफ से चेतेश्वर पुजारा (78), मुरली विजय (76), रोहित शर्मा (नाबाद 68) और रविंद्र जडेजा (नाबाद 50) ने अर्धशतक जमाये। विजय और पुजारा ने दूसरे विकेट के लिये 133 रन जोड़े जबकि रोहित और जडेजा ने स्पिनरों की मददगार पिच पर छठे विकेट के लिये 100 रन की अटूट साझेदारी निभायी।
विशाल लक्ष्य के सामने न्यूजीलैंड की शुरुआत बहुत खराब रही और जब उसका स्कोर केवल तीन रन था तब उसके दोनों सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल (शून्य) और टाम लाथम (दो) पवेलियन कूच कर गये थे। इन दोनों को अश्विन ने आउट किया। गुप्टिल फिर से नाकाम रहे। उन्होंने स्वीप शाट खेलने के प्रयास में सिली प्वाइंट पर कैच दिया। नयी गेंद संभालने वाले अश्विन ने अपने इस दूसरे ओवर में लाथम को भी पगबाधा आउट किया।
टेलर भी इसके बाद पवेलियन लौट गये लेकिन वह बड़े अजीबोगरीब तरीके से रन आउट हुए। वह सुरक्षित क्रीज तक पहुंच गये थे लेकिन उन्होंने बल्ला क्रीज पर नहीं रखा और उससे पहले उमेश यादव का थ्रो विकेट पर लग चुका था। रोंची ने भी भारतीय बल्लेबाजों से सीख लेकर आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की। उन्होंने अब तक अपनी पारी में 58 गेंदों का सामना करके चार चौके और एक छक्का लगाया है।
सैंटनर ने एक छोर संभाले रखकर उनका बखूबी साथ दिया और अब तक वह 50 गेंदों का सामना कर चुके हैं। जडेजा ने बेहद किफायती गेंदबाजी लेकिन उन्हें विकेट नहीं मिला। उन्होंने अब तक 14 ओवर में केवल आठ रन दिये हैं। अभी तक दस मेडन ओवर करने वाले बायें हाथ के इस स्पिनर ने अपने आखिरी आठ ओवरों में केवल एक रन दिया।
इससे पहले भारत ने शुरुआती सत्र में कल के दोनों अविजित बल्लेबाजों विजय और पुजारा के अलावा कप्तान विराट कोहली (18) का भी विकेट गंवाया। दूसरे सत्र में अजिंक्य रहाणे (40) पवेलियन लौटे लेकिन इसके बाद रोहित और जडेजा ने कीवी गेंदबाजों को काफी निराश किया। जडेजा ने सैंटनर की गेंद पर एक रन लेकर जैसे ही अपना अर्धशतक पूरा किया जिसके तुरंत बाद कोहली ने पारी समाप्त की घोषणा कर दी।
अंपायरों ने भी तुरंत ही चाय का विश्राम घोषित कर दिया। जडेजा ने अपने बल्ले को तलवार की तरह हवा में लहराकर अर्धशतक का जश्न मनाया और फिर रोहित के साथ पवेलियन की तरफ लौटे।भारतीय टीम ने सुबह के सत्र में 93 रन जोड़े और इस तरह से अपनी बढ़त 300 रन के पार पहुंचायी। कीवी कप्तान विलियमसन ने स्पिनर ही लगाये रखे। उसकी तरफ से बायें हाथ के स्पिनर मिशेल सैंटनर ने 79 रन देकर दो और लेग स्पिनर ईश सोढ़ी ने 99 रन देकर दो विकेट लिये।
आफ स्पिनर मार्क क्रेग (80 रन देकर एक विकेट) ने एक विकेट हासिल किया। विजय और पुजारा ने सुबह 10 ओवर बल्लेबाजी की लेकिन बायें हाथ के स्पिनर सेंटनर ने विजय को पगबाधा आउट करके दूसरे विकेट की 133 रन की साझेदारी तोड़ी। विजय अपने कल के स्कोर में 12 रन ही जोड़ पाए। उन्होंने 170 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके और एक छक्का जड़ा।
कोहली ने आते ही ईश सोढ़ी की शार्ट गेंद को मिडविकेट बाउंड्री पर चार रन के लिए भेजा। न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को अच्छा टर्न और उछाल मिल रहा था जिससे भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी हुई। कोहली और पुजारा ने कुछ अच्छे शाट लगाकर बाउंड्री लगाई। आफ स्पिनर क्रेग ने कोहली को काफी परेशान किया। कोहली ने इसके बाद क्रेग को स्वीप करने की कोशिश की लेकिन गेंद उनके बल्ले का उपरी किनारा लेकर हवा में लहरा गई और डीप मिडविकेट पर सोढ़ी ने आसान कैच लपका।
सोढ़ी ने गेंदबाजी में वापसी करते हुए पुजारा को स्लिप में कैच करा दिया। उन्होंने 152 गेंद का सामना करते हुए 10 चौके लगाये। क्रेग ने रहाणे को भी काफी परेशान किया और भारतीय बल्लेबाज को तीन गेंद में दो बार जीवनदान मिला। उनका कैच पहले लेग स्लिप और फिर शार्ट मिडविकेट पर छूटा।