भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के चौथे दिन का खेल खत्म होने पर इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 102 ओवर में 311 रन बना लिए हैं। उसके 9 बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके हैं। भारत से मिले 521 रन के टारगेट को चेज करने के लिए उसे 210 और बनाने होंगे। वहीं भारतीय टीम को जीत के लिए केवल एक विकेट की जरूरत है।
इससे पहले इंग्लैंड के जोस बटलर ने अपने करियर का पहला शतक लगाया। बटलर-स्टोक्स ने 346 गेंद पर 169 रन की साझेदारी की। बटलर को आउट कर जसप्रीत बुमराह ने इस साझेदारी को तोड़ा। वे दूसरी पारी में 5 और मैच में कुल 7 विकेट अपने नाम कर चुके हैं।
भारत अगर ये मुकाबला जीत लेता है तो नॉटिंघम में उसे 11 साल बाद जीत मिलेगी। इससे पहले 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में 7 विकेट से जीत दर्ज की थी। उसके बाद 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में हार मिली थी। पिछली बार 2014 में मुकाबला ड्रॉ पर छूटा था। तब धोनी ही कप्तान थे।
टेस्ट क्रिकेट में 141 साल के इतिहास में अब तक किसी टीम ने 521 रन का लक्ष्य हासिल नहीं किया है। चौथी पारी में सबसे बड़ा टारगेट हासिल करने का रिकॉर्ड वेस्ट इंडीज के नाम है। वेस्ट इंडीज ने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा 418 रन का लक्ष्य हासिल कर मैच जीता था। हालांकि, टेस्ट में अब तक सबसे बड़ा टारगेट 1939 में दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को दिया था।
तब इंग्लैंड को जीतने के लिए 696 रन का लक्ष्य दिया था। ये मैच ड्रा हुआ था। 2002 में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को 550 रन का टारगेट दिया था। ये मैच न्यूजीलैंड 99 रन से हार गया था। नॉटिंघम इंग्लैंड को मिला 521 रन का टारगेट टेस्ट हिस्ट्री का तीसरा सबसे बड़ा टारगेट है।
इससे पहले भारतीय टीम पहली पारी में 329 रन पर ऑलआउट हो गई थी। कप्तान विराट कोहली ने 97 रन बनाए। उसके बाद इंग्लैंड की पहली पारी 161 रन पर सिमट गई। हार्दिक पंड्या ने 5 विकेट लिए। भारत ने 7 विकेट पर 357 रन बनाकर दूसरी पारी घोषित कर दी। कोहली ने शतक लगाते हुए 103 रन की पारी खेली। भारत इंग्लैंड में पहले बल्लेबाजी करते हुए 300+ का स्कोर बनाने के बाद कभी टेस्ट नहीं हारा।