टीम इंडिया ने रात हुए सीरीज के दूसरे टी20 मैच में श्रीलंका को 88 रन से हरा दिया और तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बनाते हुए इसे जीत लिया। ये इस साल भारत की 14 सीरीज को जीतने के साथ ही भारत ने एक साल में सबसे ज्यादा सीरीज जीतने का नया रिकॉर्ड भी बना दिया।
इंदौर में हुए इस मैच में श्रीलंका को जीत के लिए 261 रन का टारगेट मिला था, जवाब में वो 9 विकेट पर 172 रन ही बना सकी। आखिरी बैट्समैन बैटिंग करने नहीं उतरा। टीम इंडिया ने इंदौर में हुए इस मैच को जीतकर तीन मैचों की टी20 सीरीज को 2-0 से जीत लिया। हालांकि सीरीज का एक मैच अब भी बाकी है।
श्रीलंका के खिलाफ इस सीरीज को जीतने के साथ ही भारतीय टीम किसी एक साल में तीनों फॉर्मेट में सबसे ज्यादा बाइलेटरल सीरीज जीतने वाली टीम बन गई। इस मामले में उसनेये इस साल तीनों फॉर्मेट को मिलाकर भारत की रिकॉर्ड 14वीं बाइलेटरल सीरीज जीत रही। इससे पहले पाकिस्तान ने साल 2011 में तीनों फॉर्मेट को मिलाकर कुल 13 बाइलेटरल सीरीज जीती थी।
इस मैच में भारत ने 260/5 रन बनाए, जो कि इंटरनेशनल टी20 में उसका बेस्ट स्कोर है। इससे पहले भारत का बेस्ट स्कोर 244/4 रन था, जो उसने अगस्त 2016 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ बनाया था।इसके साथ ही टी20 फॉर्मेट में ओवरऑल बेस्ट स्कोर के मामले में भारत तीसरी पोजिशन पर पहुंच गया है।
टीम इंडिया केवल 4 रन से इस फॉर्मेट का बेस्ट स्कोर बनाने से चूक गई। पहले दो बेस्ट स्कोर श्रीलंका (260/6) और ऑस्ट्रेलिया (263/3) के नाम पर है।ये जीत टी20 फॉर्मेट में इस साल टीम इंडिया की आठवीं जीत रही। इसके साथ ही इस साल सबसे ज्यादा टी20 मैच जीतने के मामले में उसने पाकिस्तान (8) की बराबरी कर ली।
वनडे और टेस्ट की बात करें तो भारत ने साल में सबसे ज्यादा मैच जीते हैं। उसने इस साल 23 वनडे और सात टेस्ट मैच जीते हैं। 24 तारीख को मुंबई में होने वाले सीरीज के आखिरी टी20 को जीतकर भारत तीनों फॉर्मेट में इस साल सबसे ज्यादा मैच जीतने वाली टीम बन सकता है।
मैच में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग को चुना। उसका ये फैसला उस वक्त बेहद गलत साबित हो गया, जब भारत की ओर से रोहित और लोकेश ने मिलकर पहले विकेट के लिए 165 रन जोड़ डाले।इसके बाद दूसरे विकेट के लिए धोनी और लोकेश के बीच 78 रन की पार्टनरशिप हुई।
श्रीलंका की ओर से नुवान प्रदीप ने सबसे ज्यादा 61 रन तो वहीं अकीला धनंजय और थिसारा परेरा ने 49-49 रन लुटाए।जवाब में टारगेट का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और 36 रन पर पहला विकेट गिर गया। इसके बाद दूसरे विकेट के लिए उपुल थरंगा और कुसल परेरा ने मिलकर 109 रन जोड़कर टीम को संभालने की कोशिश की।
एक वक्त पर श्रीलंका का स्कोर 1 विकेट पर 145 रन था और वो अच्छी स्थिति में दिख रही थी, लेकिन इसके बाद थरंगा का विकेट गिरते ही टीम लड़खड़ा गई और बाकी के 8 विकेट भी 27 रन के अंदर गिर गए।भारत के 260/5 रन के जवाब में श्रीलंकाई टीम 17.2 ओवर में 9 विकेट पर 172 रन ही बना सकी। आखिरी बैट्समैन के तौर पर एंजेलो मैथ्यूज बैटिंग करने नहीं उतरे।