रवि शास्त्री का मानना है कि टीम इंडिया को मौजूदा संख्या से अधिक कोचों की जरूरत नहीं है और उन्होंने कहा कि वह शायद राष्ट्रीय टीम के साथ उम्मीद से ‘लंबे’ समय तक रहें।शास्त्री को 10 जून से एकमात्र टेस्ट के साथ शुरू हो रहे बांग्लादेश दौरे के लिए भारतीय टीम का निदेशक बरकरार रखा गया है। इस दौरे पर तीन वनडे भी खेले जाएंगे। बांग्लादेश रवाना होने से पहले यहां प्रेस कांफ्रेंस में शास्त्री ने कहा कि फिलहाल टीम में मुख्य कोच की जरूरत काफी अधिक नहीं है।
शास्त्री से जब पूछा गया कि इस साल विश्व कप के बाद डंकन फ्लेचर का अनुबंध खत्म होने के बाद क्या टीम को राष्ट्रीय कोच की कमी खलेगी तो उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास तीन कोच हैं, हमें एक और कोच की जरूरत नहीं है। अगर जरूरत पड़ी तो मैं मुख्य कोच की भूमिका भी निभाउंगा इसलिए ऐसा कोई मुद्दा नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अटकलें और धारणा, यह आपकी समस्या है, मेरी समस्या नहीं है। जहां तक कोच की बात है तो हमें इसकी जरूरत नहीं है।’’
जब यह पूछा गया कि वह कितने और समय तक टीम के साथ रहेंगे, शास्त्री ने कहा, ‘‘जब हम बांग्लादेश दौरे से लौटेंगे तो मैं उनके (बीसीसीआई) साथ बैठकर फैसला करूंगा। मैं किसी चीज से इनकार नहीं कर रहा। मैं आपकी सोच से अधिक समय तक टीम के साथ रह सकता हूं।’’ यह पूछने पर कि क्या टीम कम रैंकिंग वाले बांग्लादेश के खिलाफ अच्छे प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त है, शास्त्री ने कहा, ‘‘हम प्रत्येक प्रतिद्वंद्वी का सम्मान करते हैं और बांग्लादेश भी किसी अन्य प्रतिद्वंद्वी की तरह है।’’ श्रृंखला से पहले आफ स्पिनर हरभजन सिंह की टेस्ट टीम में वापसी चर्चा का केंद्र है और शास्त्री से जब यह पूछा गया कि क्या वह भारतीय आक्रमण की अगुआई करेंगे तो उन्होंने कहा कि यह सामूहिक प्रयास होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम टीम में हरभजन की वापसी का स्वागत करते है, वह अच्छा गेंदबाज है और विविधता लाएगा। :लेकिन: यह भारतीय गेंदबाजी आक्रमण है, कोई एक बाकी से आगे नहीं है।’’ शास्त्री ने इसके साथ ही दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ को भारत ए और अंडर 19 टीम का नया कोच बनाए जाने का स्वागत किया।