हरभजन इंडियन प्रीमियर लीग में इस साल कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से खेलेंगे और उनमें जितनी भी क्रिकेट बची है वह उसका पूरा लुत्फ उठाना चाहते हैं।हरभजन ने कहा कई लोग सोचते हैं कि भाई ये क्यों खेल रहा है। अरे भाई ये उनकी सोच है मेरी नहीं।
मेरी सोच है कि मैं अभी खेल सकता हूं तो मैं खेलूंगा। उन्होंने कहा मुझे अब किसी के सामने कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है। मेरा इरादा अच्छा खेल दिखाना और मैदान पर खेल का पूरा लुत्फ उठाना है। क्रिकेट खेलकर मुझे अब भी संतुष्टि मिलती है।
इस ऑफ स्पिनर ने कहा मैंने अपने लिये मानदंड स्थापित किये हैं और यदि मैं उनको पूरा नहीं करता हूं तो किसी अन्य को नहीं बल्कि स्वयं को दोष दूंगा। मैं तब स्वयं से प्रश्न करूंगा कि क्या मैंने पर्याप्त प्रयास किये थे।
हरभजन ने 1998 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और उनके नाम पर अब 700 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट दर्ज हैं। उन्होंने कहा हां, मैं अब 20 साल का नहीं हूं और मैं वैसा अभ्यास नहीं करूंगा जैसा तब किया करता था।
हां, मैं 40 साल का हूं और मैं जानता हूं कि मैं अब भी फिट हूं और इस स्तर पर सफल होने के लिये जो करना है वह जरूर करूंगा।हरभजन ने पिछले साल आईपीएल में नहीं खेलने के बारे में कहा पिछले वर्ष जब आईपीएल हुआ तो भारत में कोविड-19 अपने चरम पर था। मैं अपने परिवार को लेकर चिंतित था और फिर भारत लौटने पर पृथकवास पर रहना था।
लेकिन इस साल टूर्नामेंट भारत में हो रहा है और हम नयी आदतों के आदी हो चुके हैं।उन्होंने कहा टीका आ चुका है। इसके लिये अलावा मेरे परिवार ने मुझसे खेलने के लिये कहा। मेरी पत्नी ने कहा कि मुझे खेलना चाहिए।