मोहम्मद शमी और रिद्धिमान साहा स्थानीय क्लब मोहन बागान और भवानीपुर क्लब के बीच शनिवार से शुरू होने वाले बंगाल क्रिकेट संघ के बंगाल सुपर लीग फाइनल में गुलाबी गेंद से होने वाले दिन-रात्रि क्रिकेट का अनुभव हासिल करेंगे। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली द्वारा शुरू की गई इस लीग का चार दिवसीय फाइनल ऐतिहासिक होगा क्योंकि यह गुलाबी कूकाबूरा गेंद से खेला जायेगा जिससे दूधिया रोशनी में उप महाद्वीप के हालात की झलक मिलेगी।
अगर यह प्रयोग सफल रहता है तो कैब के पास भारत में गुलाबी गेंद के पहले टेस्ट की मेजबानी का अच्छा मौका होगा जिसके आयोजन की बीसीसीआई योजना बना रहा है।इसमें सभी की निगाहें भारत के तेज गेंदबाज और मोहन बागान के शमी पर लगी होंगी जो अक्टूबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ प्रस्तावित पहले दिन-रात्रि टेस्ट से पहले टीम में गुलाबी गेंद का अनुभव हासिल करने वाले पहले गेंदबाज होंगे। रिद्धिमान के सामने भी दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद के खिलाफ अपना विकेट संभाले रखकर बल्लेबाजी करने की चुनौती होगी।