शिखर धवन और चेतेश्‍वर पुजारा के शतक से पहले दिन भारत पहुंचा मजबूत स्तीथि में

शिखर धवन के बेहतरीन 190 और चेतेश्‍वर पुजारा के नाबाद 144 रनों की मदद से भारतीय टीम आज यहां श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्‍ट के पहले ही दिन विशाल स्‍कोर खड़ा करने में सफल हो गई. पहले दिन स्‍टंप्‍स के समय भारतीय टीम का स्‍कोर तीन विकेट खोकर 399 रन  है और चेतेश्‍वर पुजारा 144  और अजिंक्‍य रहाणे  39 रन बनाकर क्रीज पर हैं. भारतीय बल्‍लेबाजों ने आज श्रीलंकाई गेंदबाजों की जमकर खबर ली और पहले दिन ही मेजबान टीम पर दबाव बना लिया.

अभिनव मुकुंद (12) के रूप में पहला विकेट जल्‍दी गिरने के बाद शिखर धवन और चेतेश्‍वर पुजारा की जोड़ी ने दूसरे विकेट के लिए 253 रन की साझेदारी की. कप्‍तान विराट कोहली (3) के सस्‍ते में आउट होने के बाद पुजारा और रहाणे की जोड़ी चौथे विकेट के लिए अविजित 113 रन की साझेदारी कर चुकी है. आज गिरे तीनों विकेट श्रीलंका के तेज गेंदबाज नुवान प्रदीप के खाते में गए.

मुरली विजय के चोटग्रस्‍त होने के कारण दौरे से बाहर होने और राहुल के वायरल फीवर से पीड़ि‍त होने के कारण भारत के लिए शिखर धवन के साथ पारी की शुरुआत अभिनव मुकुंद ने की. श्रीलंका की ओर से पहला ओवर नुवान प्रदीप ने फेंका जिसमें चार रन बने. पारी के तीसरे ओवर में प्रदीप की गेंद पर शिखर ने पारी का पहला चौका लगाया.पारी के सातवें ओवर में ही कप्‍तान हेराथ ने ऑफ ब्रेक बॉलर दिलरुवान परेरा को गेंदबाजी पर उतारा.

आठवें ओवर में अभिनव मुकुंद (12रन, दो चौके) के रूप में टीम इंडिया को पहला झटका लगा जिन्‍हें नुवान प्रदीप की गेंद पर विकेटकीपर डिकवेला ने कैच किया. पहला विकेट 27 के स्‍कोर पर गिरा.मुकुंद के आउट होने के बाद धवन और पुजारा की जोड़ी ने स्‍कोर को 50 रन के पार पहुंचाया. कप्‍तान हेराथ ने आक्रमण पर आते हुए भारतीय बल्‍लेबाजों के लिए अपने बाउंस से परेशानी जरूर की लेकिन वे इस साझेदारी को तोड़ नहीं पाए. भारतीय टीम के 50 रन 14वें ओवर में पूरे हुए.

भारतीय टीम के 50 रन 14वें ओवर में पूरे हुए. इसी ओवर में धवन को जीवनदान भी मिला जब लाहिरु कुमारा की गेंद पर गुणरत्‍ने ने उनका कैच टपका दिया.जल्‍द ही धवन-पुजारा के बीच अर्धशतकीय साझेदारी पूरी हुई.22वें ओवर में परेरा की गेंद पर एक रन लेकर शिखर धवन ने अपने करियर का चौथा अर्धशतक पूरा किया. इस दौरान उन्‍होंने 62 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके जमाए. अर्धशतक पूरा करने के बाद धवन ने हेराथ की गेंद पर लगातार दो चौके जमाए.

22वें ओवर में परेरा की गेंद पर एक रन लेकर शिखर धवन ने अपने करियर का चौथा अर्धशतक पूरा किया. इस दौरान उन्‍होंने 62 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके जमाए. अर्धशतक पूरा करने के बाद धवन ने हेराथ की गेंद पर लगातार दो चौके जमाए. पहले सेशन में कुल 27 ओवर हुए.लंच के समय भारतीय टीम का स्‍कोर एक विकेट पर 115 रन था. शिखर धवन 64 और चेतेश्‍वर पुजारा 37 रन बनाकर क्रीज पर थे.

लंच के बाद श्रीलंका की ओर से फेंके गए पहले ही ओवर में शिखर धवन के खिलाफ एलबीडब्‍ल्‍यू की नजदीकी अपील हुई लेकिन गेंद की ऊंचाई के कारण धवन बचने में सफल रहे. गेंदबाज थे नुवान प्रदीप. अगले ओवर में धवन ने हेराथ को लगातार दो चौके लगाए. इसके अगले ही ओवर में धवन ने फिर चौका जमाया. पारी के 33वें ओवर में धवन ने फिर दिलरुवान परेरा को दो चौके लगाए.

जल्‍द ही धवन ने दिलरुवान परेरा को चौका जड़ते हुए करियर का पांचवां टेस्‍ट शतक पूरा किया. इसके लिए उन्‍होंने 110 गेंदों का सामना कर 16 चौके जमाए.खास बात यह है कि धवन ने अपना आखिरी टेस्‍ट शतक इसी मैदान पर बनाया था. वक्‍त गुजरने के बाद धवन और पुजारा की साझेदारी श्रीलंका की मुश्किल बढ़ाती जा रही थी. शिखर के शतक पूरा करने के थोड़ी ही देर बाद पुजारा ने भी चौका लगाकर करियर का 16वां अर्धशतक पूरा किया.

धवन की बल्‍लेबाजी का शानदार दौर जारी रहा और जल्‍द ही वे 150 के स्‍कोर के पार पहुंच गए.उनके 150 रन 147 गेंद पर 24 चौकों की मदद से पूरे हुए. जल्‍द ही इन दोनों बल्‍लेबाजों के बीच 200 रन की साझेदारी पूरी हुई.अपनी शानदार बैटिंग का दौर जारी रखते हुए शिखर जल्‍द ही दोहरे शतक के करीब पहुंच गए. दिनेश चंदीमल के अस्‍वस्‍थ होने के कारण कप्‍तानी की जिम्‍मेदारी संभाल रहे रंगना हेराथ इस दौरान पूरी तरह असहाय नजर आ रहे थे.

इसी दौरान धवन ने हेराथ की गेंद पर चौका जमाते हुए टेस्‍ट के अपने पिछले सर्वोच्‍च स्‍कोर को पार किया. धवन का पिछला सर्वोच्‍च स्‍कोर 189 रन था जो उन्‍होंने ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ वर्ष 2013 में मोहाली ने बनाया था. दुर्भाग्‍य से धवन टेस्‍ट करियर का पहला दोहरा शतक बनाने से चूक गए. 190 रन (168 गेंद, 31 चौके) के निजी स्‍कोर पर उनका कैच नुवान प्रदीप की गेंद पर एंजलो मैथ्‍यूज ने लपका. धवन और पुजारा के बीच दूसरे विकेट के लिए 253 रन की साझेदारी हुई.

अपनी इस पारी के दौरान धवन एक सेशन में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्‍लेबाजों की सूची में दूसरे स्‍थान पर पहुंच गए. इस मामले में पहले नंबर पर वीरेंद्र सहवाग हैं जिन्‍होंने 2009 में मुंबई में श्रीलंका के खिलाफ एक सेशन में 133 रन बनाए थे. धवन ने इस टेस्‍ट के एक सेशन में 126 रन बनाए जबकि ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में 121 रन बनाकर वीवीएस लक्ष्‍मण तीसरे स्‍थान पर हैं.चाय के समय भारतीय टीम का स्‍कोर दो विकेट पर 282 रन था.

चायकाल के तुरंत बाद भारतीय टीम को कप्‍तान विराट कोहली (3 रन, आठ गेंद) को विकेट भी गंवाना पड़ा, जिन्‍हें नुवान प्रदीप ने विकेटकीपर डिकवेला से कैच कराया. टीवी अम्‍पायर ने कई बार रिप्‍ले देखने के बाद यह फैसला श्रीलंका टीम के पक्ष में दिया. तीसरा विकेट 286 के स्‍कोर पर गिरा. इसके बाद हेराथ की गेंद पर दो चौके लगाते हुए पुजारा ने अपना स्‍कोर शतक के करीब पहुंचाया. दूसरी ओर अजिंक्‍य रहाणे विकेट पर सेट होने में पूरा समय ले रहे थे.

पुजारा ने अपना शतक लाहिरु कुमारा की गेंद पर दो रन लेते हुए पूरा किया. उन्‍होंने इस दौरान 173 गेंदों का सामना किया और 8चौके लगाए. भारत के 300 रन 62.2 ओवर में पूरे हुए. 80 ओवर के बाद श्रीलंका के कप्‍तान ने नई गेंद भी ली, लेकिन चेतेश्‍वर और रहाणे पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ा. खेल खत्‍म होने तक टीम इंडिया ने अपना स्‍कोर तीन विकेट पर 399 रन तक पहुंचा लिया.

गाले वही स्थान है जहां भारत को दो साल पहले शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था लेकिन इसके बाद उसने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और विश्व की नंबर एक टीम बना. युवा और आक्रामक कोहली अब परिपक्व कप्तान बन गए हैं, जिनकी अगुवाई में टीम ने 2016-17 के सत्र में वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 17 टेस्ट मैचों में से 12 में जीत दर्ज की.

इसके साथ ही रवि शास्त्री दूसरी बार भारतीय टीम के महत्वपूर्ण पद पर अपनी नयी पारी की शुरुआत करेंगे. टीम पिछले पांच दिन से साथ में है और लगता है कि खिलाड़ियों ने अनिल कुंबले के पद छोड़ने और कोच चयन प्रक्रिया को लेकर चले नाटकीय घटनाक्रम को पीछे छोड़ दिया है. शास्त्री अब मुख्य कोच के रूप में टीम से जुड़ गये हैं जबकि भरत अरूण गेंदबाजी कोच बन गये हैं इससे यह कहा जा सकता है कि भारतीय टीम प्रबंधन में काफी समानताएं हो गयी हैं.

यह लंबे और कई बार खीझ पैदा करने वाले घटनाक्रम का सकारात्मक पहलू है.इस पूरे घटनाक्रम के मद्देनजर शास्त्री की निगाह अब गाले स्टेडियम में अच्छा परिणाम हासिल करने पर टिकी है जहां मेजबान टीमों को अक्सर जूझना पड़ा है. तब वह टीम निदेशक थे और तब उन्होंने कोलंबो में दूसरे टेस्ट मैच से पूर्व अपनी टीम का हौसला बढ़ाया. इसका फायदा भी मिला और भारत आखिर में यह सीरीज 2-1 से जीतने में सफल रहा था.

Check Also

ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप 2022 से बाहर हुए भारत के शीर्ष तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह

भारत के शीर्ष तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप 2022 …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *