दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के कार्यवाहक अध्यक्ष चेतन चौहान ने दिल्ली की टीमों के चयन में धांधली के आरोपों को सिरे से खारिज किया.उन्होंने बुधवार को कहा कि यदि ऐसा फर्जीवाड़ा होता तो विराट कोहली भारत के कप्तान नहीं होते.चेतन ने डीडीसीए में एक संवाददाता सम्मेलन में संघ के ऊपर लग रहे आरोपों को खारिज करते हुये विराट का उदाहरण दिया कि वह सभी आयु वर्गों से निकलकर यहां तक पहुंचे हैं और यदि चयन में कोई फर्जीवाड़ा होता तो विराट भारतीय कप्तान नहीं बन पाते.उन्होंने कहा ‘‘मैं इस बात को पूरी जिम्मेदारी के साथ कहना चाहता हूं कि चयन में पैसे के लेनदेन को लेकर हमारे पास न कोई शिकायत आई है और न ही हमारे पास ऐसी कोई जानकारी है.
यदि किसी को इस मामले में किसी तरह की कोई शिकायत है तो वह हमें सबूत के साथ जानकारी दे. हम गंभीरता के साथ इसकी जांच करेंगे और सख्त कार्रवाई भी करेंगे. कोई कम से कम हमें यह तो बताए कि किसने कब, कैसे और कहां चयन के लिये पैसे मांगे हैं या फिर किसी तरह का ‘फेवर’ लेने की कोशिश की है.’’