बीसीसीआइ ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) चाहे पत्र लिख ले या उसके अधिकारी फोन कर लें या वे यहां आकर खुद मिलने आएं। जब तक दोनों देशों के बीच अच्छा माहौल नहीं होगा द्विपक्षीय सीरीज की संभावना नहीं है। बीसीसीआइ मौजूदा हालातों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज कराने के पक्ष में नहीं है।पीसीबी ने बीसीसीआइ को पत्र लिखकर इस वर्ष दिसंबर में प्रस्तावित द्विपक्षीय सीरीज के बारे में पूछा है।
दोनों देशों के बीच हुए समझौते के अनुसार पाकिस्तान इस वर्ष संयुक्त अरब अमीरात में पूर्ण सीरीज के लिए भारत की मेजबानी करने वाला है लेकिन दोनों देशों के बीच चल रहे हालातों से ऐसा होना बहुत मुश्किल है। बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने कहा कि पीसीबी के चिल्लाने से कुछ नहीं होगा।हमने समझौता किया है लेकिन हम अपने देश से समझौता नहीं कर सकते। भारत सरकार की अनुमति के बिना कुछ नहीं हो सकता है। हम पहले ही कह चुके हैं कि एक तरफ सरहद पर गोलियां चलती रहें और दूसरी तरफ हम क्रिकेट खेलें, यह संभव नहीं है।
बीसीसीआइ के अधिकतर अधिकारी और कुछ क्रिकेटर भी इससे सहमत नहीं होंगे। यह सीरीज दोनों देशों की जनता के के लिए होनी है लेकिन ऐसी परिस्थितियों में देश की जनता क्या कहेगी। इससे पहले बीसीसीआइ सचिव अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर कहा था कि पाकिस्तान जब तक भारत से भागे माफिया दाऊद इब्राहिम को पनाह देता रहेगा और कश्मीर में अलगाववादियों को भड़काता रहेगा क्रिकेट संबंध बहाल नहीं हो सकते।
बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान हमारा पड़ोसी है। पड़ोसी से हम अच्छे व्यवहार की उम्मीद करते हैं। वह हमसे कह रहे है कि खेलों और राजनीति को अलग रहना चाहिए। उन्हें अपने यहां के लोगों से कहना चाहिए कि वे ऐसा माहौल बनाएं जिससे भारत उनके साथ क्रिकेट खेल सके।