डीडीसीए के 22 खिलाड़ियों को उम्र के मामले में धोखाधड़ी कर कम आयु वर्ग के मैचों में हिस्सा लेने के कारण प्रतिबंधित कर दिया।इन खिलाड़ियों में सीमित ओवरों के मैचों के लिये दिल्ली की सीनियर टीम का हिस्सा रह चुके नितीश राणा और प्रत्युष सिंह भी शामिल हैं। राणा दिल्ली की मौजूदा रणजी टीम का भी हिस्सा है, जो राजस्थान के खिलाफ पहला मैच खेलने के लिए जयपुर में है।
डीडीसीए को बुधवार को बीसीसीआई के खेल विकास मैनेजर प्रोफेसर रत्नाकर शेट्टी का ईमेल मिला कि उसके 22 खिलाड़ियों को आयु में हेराफेरी के आरोप में बीसीसीआई के आयु वर्ग टूर्नामेंटों में हिस्सा लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस संबंध में भारत के पूर्व क्रिकेटर और दिल्ली के दिग्गज कीर्ति आजाद ने पिछले साल इस संबंध में एफआईआर भी दर्ज कराई थी। इस संबंध में एक सवाल के जवाब में शेट्टी ने कड़ा जवाब देते हुए कहा, ‘जाइये और डीडीसीए से पूछिए।’ डीडीसीए अध्यक्ष स्नेह प्रकाश बंसल ने स्वीकार किया कि बीसीसीआई ने उन्हें कहा है कि विवादास्पद आयु प्रमाण पत्र वाले लड़कों को आयु वर्ग टीमों में नहीं चुना जाए।
बंसल ने बुधवार को कहा, ‘हां, हमें बीसीसीआई से सूचना मिली है कि हम इन 22 लड़कों को राज्य की आयु वर्ग की टीमों में नहीं चुन सकते क्योंकि इन क्रिकेटरों के खिलाफ विवादास्पद जन्म प्रमाण पत्र के लिए एफआईआर दर्ज है।’ हालांकि बंसल ने कहा कि भले ही राणा पर आयु वर्ग क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लग गया हो लेकिन उसके रणजी ट्रॉफी में खेलने में कोई समस्या नहीं है।
इस बीच कीर्ति आजाद ने कहा कि उनका रुख सही साबित हुआ। उन्होंने कहा, ‘मैंने 12 क्रिकेटरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। यहां तक कि मैंने एमसीडी से उनके वास्तवित जन्म प्रमाण पत्र हासिल किए और बीसीसीआई को भेजे। हम सभी को पता है कि डीडीसीए भ्रष्टाचार का घर है।’ प्राप्त जानकारी के मुताबिक डीडीसीए ने कूच बेहार ट्रॉफी मैच खेलने गए अंडर-19 क्रिकेटरों हर्ष त्यागी और मनज्योत कालरा को बुधवार को वापस बुला लिया। इसके अलावा स्टैंड बाई में शामिल अंडर-19 क्रिकेटर समर सेठ को भी हटा दिया गया है।
राणा दिल्ली की सीनियर टीम की ओर से तीन लिस्ट-ए और छह घरेलू टी-20 मैच खेल चुके हैं जबकि प्रत्युष ने छह टी-20 मैच खेले हैं। इनके अलावा प्रतीक कौशिक, प्रशांत भंडारी, उपेन दलाल, दीपक खत्री, आयुष परब, साकिब आलम और कुंज शर्मा जैसे खिलाड़ियों को भी आयु वर्ग क्रिकेट से प्रतिबंधित किया गया है।