ऑस्ट्रेलिया ने रांची वनडे में टीम इंडिया को 32 रन से हरा दिया। हालांकि, इस जीत के बावजूद वह पांच मैच की सीरीज में अब भी 1-2 से पीछे है। सीरीज के शुरुआती दोनों वनडे भारतीय टीम ने जीते थे। ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा 104 रन बनाने वाले उस्मान ख्वाजा मैन ऑफ द मैच चुने गए।
इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 313 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया 48.2 ओवर में 281 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत की ओर से कप्तान विराट कोहली ने अपना 41वां वनडे शतक लगाया। सीरीज का चौथा वनडे 10 मार्च को मोहाली में खेला जाएगा।
ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत में डेढ़ साल बाद कोई मैच जीती है। इससे पहले उसने 28 सितंबर 2017 को बेंगलुरु में खेला गया वनडे 21 रन से जीता था। इसके बाद से उसका यह तीसरा वनडे है। पिछले दोनों वनडे वह हार गई थी। ऑस्ट्रेलिया टीम रांची में पहली बार भारत के खिलाफ जीत हासिल करने में सफल रही।
इससे पहले उसने यहां एक वनडे, एक टी-20 और एक टेस्ट खेला था, तीनों में ही उसे जीत हासिल नहीं हुई थी। ऑस्ट्रेलिया ने भारत में अब तक 53 वनडे खेले हैं। इनमें से उसने 31 जीते और 19 हारे हैं। तीन मैच बेनतीजा रहे।
इस मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीता और गेंदबाजी का फैसला किया। आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। इस मौके पर बीसीसीआई की प्रशासकों की समिति और भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान डायना एडुल्जी भी टॉस के दौरान मौजूद रहीं।
कोहली का इस साल यह तीसरा शतक है। उनका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह आठवां शतक है। कोहली ने घरेलू मैदान पर 19वीं बार शतक लगाया। उनका एशिया में यह 28वां शतक है। उन्होंने बतौर कप्तान 19वां शतक लगाया। रांची के मैदान पर कोहली ने दूसरी बार 100 से ज्यादा का स्कोर किया।
कोहली दुनिया के 12वें और भारत के चौथे कप्तान हैं, जिन्होंने वनडे में 4000 रन पूर किए हैं। बतौर कप्तान 66वां वनडे खेल रहे कोहली ने 27वां रन बनाने के साथ ही यह उपलब्धि अपने नाम की। उनसे पहले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, मोहम्मद अजहरुद्दीन और सौरव गांगुली बतौर कप्तान 4000 वनडे रन बना चुके हैं।
कप्तान के तौर पर कोहली 62 पारियों में अब तक 18 शतक और 14 अर्धशतक लगा चुके हैं।विराट कोहली बतौर कप्तान सबसे तेज 4000 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी हैं। उन्होंने इसके लिए 63 पारियां खेलीं। उनसे पहले दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स ने 77 पारियों में बतौर कप्तान 4000 रन पूरे किए थे।
लक्ष्य का पीछा करते हुए कोहली ने छठी बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाया। वे किसी एक टीम के खिलाफ सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बने।टीम इंडिया की शुरुआत खराब रही। टीम का स्कोर जब 11 रन था, तभी शिखर धवन एक रन के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए।
चार रन बाद रोहित शर्मा भी एलबीडब्ल्यू हो गए। रोहित ने 14 रन बनाए। रोहित की जगह आए अंबाती रायडू भी दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए और दो रन के निजी स्कोर पर पैट कमिंस का शिकार बने। उस समय टीम का स्कोर 27 रन था।
तीन विकेट गिरने के बाद कप्तान विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी ने पारी को संभाला। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 59 रन जोड़े। हालांकि, जब ऐसा लग रहा था कि दोनों टीम को बड़े स्कोर की ओर ले जाएंगे तभी एडम जम्पा ने धोनी को बोल्ड कर दिया। धोनी ने 26 रन बनाए।
धोनी के बाद कोहली ने केदार जाधव के साथ मिलकर 5वें विकेट के लिए 88 रन जोड़े। इसमें कोहली के 36 गेंद में 56 और जाधव के 39 गेंद पर 26 रन थे। जाधव के आउट होने के बाद कोहली ने विजय शंकर के साथ छठे विकेट के लिए 45 रन बनाए। जब ऐसा लग रहा था कि कोहली टीम को जीत दिला देंगे, लेकिन तभी जम्पा ने उन्हें बोल्ड कर दिया।
उनके बाद रविंद्र जडेजा और विजय शंकर ने लक्ष्य तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। विजय और जडेजा के आउट होने के बाद कोई भी बल्लेबाज बड़ी साझेदारी नहीं कर पाया और पूरी टीम 48.2 ओवर में 281 रन पर ऑलआउट हो गई।