2007 टी20 विश्व कप में युवराज सिंह ने जिस युवा इंग्लिश गेंदबाज के एक ओवर में छह छक्के लगाकर उसे शर्मिंदा किया था, आज उसी स्टुअर्ट ब्रॉड ने एशेज जैसी प्रतिष्ठित सीरीज में इतिहास रचते हुए रिकॉर्डों की झड़ी लगा दी। आज जब युवराज सिंह को भारतीय टीम में जगह नहीं मिल रही है वहीं ब्रॉड हैं जिनकी मौजूदगी के बिना इंग्लिश टीम का बेड़ा पार नहीं होता।स्टुअर्ट ब्रॉड ने चौथे टेस्ट की पहली पारी में 9.3 ओवरों में महज 15 रन देकर 8 विकेट झटके जिस दौरान उन्होंने 5 मेडन ओवर भी किए। उनके इसी प्रदर्शन के दम पर इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 60 रन पर ही समेट दिया।
यही नहीं, इस प्रदर्शन की सबसे खास बात ये रही कि ब्रॉड ने सबसे तेज 5 विकेट लेने के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली। ब्रॉड ने पारी की अपनी पहली 19 गेंदों पर महज 6 रन देकर 5 विकेट झटके। इससे पहले ये रिकॉर्ड अकेले ऑस्ट्रेलिया के अर्नी टोशेक के नाम था जिन्होंने 1947 में भारत के खिलाफ गाबा मैदान पर 19 गेंदों के अंदर ही 5 विकेट लिए थे। इसके अलावा एशेज इतिहास में किसी भी इंग्लिश गेंदबाज का ये तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी साबित हुआ।
इस मामले में उनसे आगे सिर्फ जिम लेकर हैं जिन्होंने 1956 ओल्ड ट्रैफर्ड एशेज टेस्ट में 37 रन देकर 9 विकेट लिए थे और दूसरी बार 53 रन देकर 10 विकेट झटके थे। इस करिश्माई प्रदर्शन के दौरान ब्रॉड ने ऑस्ट्रेलियाई ओपनर क्रिस रोजर्स को आउट करके अपने टेस्ट करियर का 300वां विकेट भी हासिल किया। उन्होंने ये कामयाबी अपने 83वें टेस्ट में हासिल की है। इसके साथ ही वो इंग्लैंड की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में संयुक्त तौर पर चौथे स्थान पर काबिज हो गए हैं। ब्रॉड और पूर्व दिग्गज ट्रूमेन अब 307 विकेटों के साथ बराबरी पर आए गए हैं।