भारत ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज का दूसरा मैच 3 विकेट से जीत लिया। पल्लेकेल में हुए इस मैच में टीम इंडिया को जीत के लिए 47 ओवर में 231 रन (D/L मैथड) का टारगेट मिला था, जवाब में उसने 44.2 ओवर में 7 विकेट खोकर जरूरी टारगेट को हासिल कर लिया। मैच में श्रीलंका की ओर से जबरदस्त परफॉर्म करने वाले श्रीलंकाई बॉलर अकिला धनंजय को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
टारगेट का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी थी और पहले विकेट के लिए 109 रन जुड़े थे। लेकिन इसके बाद विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हो गया।एक वक्त पर टीम का स्कोर बिना विकेट खोए 109 रन था, लेकिन इसके बाद 131 रन तक पहुंचते-पहुंचते 22 रन के अंदर 7 विकेट गिर गए।
इस दौरान श्रीलंकाई बॉलर धनंजय अकिला ने 6 विकेट लेते हुए मेहमान टीम की हालत खराब कर दी। इनमें से 5 विकेट को उन्होंने 13 बॉल के अंदर लिए।हालांकि भारत की ओर से आठवें विकेट के लिए हुई 100* रन की पार्टनरशिप ने श्रीलंका के हाथ से जीत छीन ली और मैच भारत की झोली में आ गया।अकिला धनंजय ने मैच में करियर बेस्ट परफॉर्मेंस देते हुए 10 ओवर में 54 रन देकर 6 विकेट लिए।
मैच में टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए श्रीलंका ने 50 ओवरों में 8 विकेट पर 236 रन बनाए। लेकिन इसके बाद हुई जोरदार बारिश के बाद भारत को 47 ओवरों में 231 रन (DLS) का नया टारगेट दिया गया।श्रीलंका की ओर से सिरिवर्धना ने सबसे ज्यादा 58 रन तो कपुगेदरा ने 40 रन की इनिंग खेली। इसके अलावा डिकवेला ने 31, गुणातिलके ने 19, कुसल मेंडिस ने 19 और एंजेलो मैथ्यूज ने 20 रन बनाए।
इंडियन बॉलर्स ने 22 रन एक्स्ट्रा के दिए।जवाब में टारगेट का पीछा करने उतरे इंडियन ओपनर्स ने पहले विकेट के लिए 109 रन की पार्टनरशिप की। लेकिन इसके बाद 131 रन तक 7 विकेट गिर गए।आठवें विकेट के लिए 100* रन की पार्टनरशिप हुई और टीम इंडिया ने ये मैच 44.2 ओवर में 7 विकेट पर 231 रन बनाकर जीत लिया।
मैच में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने एकबार फिर जबरदस्त बैटिंग करते हुए टीम को जीत दिलाई।उन्होंने ना केवल संभलकर बैटिंग की, बल्कि विकेट को बचाते हुए लगातार रन भी बनाए।जब वे बैटिंग करने आए थे तब भारत का स्कोर 4 विकेट पर 118 रन था, इसके बाद अगले 13 रन में 3 विकेट और गिर गए।
लेकिन दूसरे छोर पर धोनी ने विकेट को बचाकर रखा और आठवें विकेट के लिए 100* रन की पार्टनरशिप की।धोनी ने 68 बॉल पर 45* रन की बेहद समझदारी भरी इनिंग खेली। उनकी जिम्मेदारी को इस बात से समझा जा सकता है कि बैटिंग के दौरान उन्होंने केवल 1 ही चौका लगाया। वे टीम को जीत मिलने तक क्रीज पर ही रहे।