Mr Player Miss Flirt:
एक जमाना था जब लोकप्रिय और चर्चित प्रेमी जोड़े जैसे लैला-मजनू, हीर-रांझा, रोमियो-जुलिएट ने अपने प्यार को पाने की चाह में अपने प्राणों की परवाह तक नहीं की। उनकी अमर प्रेम-कहानियां इतिहास के पन्नों में अपने लिए एक विशिष्ट जगह बना चुकी हैं। प्रेम के क्षेत्र में इनकी अहमियत इस हद तक विस्तृत है कि वर्तमान समय में भी प्रेमी जोड़े इनके नामों की कसमें खा कर अपने प्यार का इजहार और उसकी मजबूती दर्शाते हैं।
लेकिन हालिया परिस्थितियों के मद्देनजर यह कहना कदाचित गलत नहीं होगा कि लैला-मजनू जैसी प्रेम-कहानियां अब बीते समय की बात हो चुकी हैं। वर्तमान हालात तो कुछ और ही हैं। खासतौर पर मेट्रो शहरों में तो प्रेम की परिभाषाएं ही परिवर्तित हो चुकी हैं। यहां प्यार नहीं फ्लर्ट करने को ज्यादा अहमियत दी जाती है। जो जितना अच्छा फ्लर्ट करने में योग्य होता है, वह उतना अधिक अपने मित्र समूह में प्रतिष्ठित और लोकप्रिय हो जाता है।
लैला-मजनू के मॉडर्न अवतारों ने अपनी उपस्थिति कॉलेज कैंपस और ऑफिस में दर्ज करानी शुरू कर दी है। टाइम-पास करने के लिए लोग फ्लर्ट को एक दिलचस्प तरीका मानते हैं। हमारी युवा पीढ़ी फ्लर्ट को भी एक कला मानती है। इतना ही नहीं इससे जुड़ी अजीबो-गरीब शब्दावली के प्रयोग का सिलसिला भी अब शुरू हो गया है। युवाओं ने आयु, तरीकों और मंतव्यों के आधार पर फ्लर्ट करने वाले लोगों को भिन्न-भिन्न श्रेणी में विभाजित किया है, जिसके कुछ प्रमुख उदाहरण निम्नलिखित हैं: