Kartik Poornima Vrat Vidhi कार्तिक पूर्णिमा व्रत विधि
पूर्णिमा तिथि को हिन्दू धर्म में अत्यंत शुभ और फलदायी बताया गया है। भविष्यपुराण के अनुसार वैशाख, माघ और कार्तिक माह की पूर्णिमा स्नान-दान के लिए अति श्रेष्ठ होती हैं।
कार्तिक पूर्णिमा व्रत विधि (Kartik Poornima Vrat Vidhi in Hindi)
कार्तिक पूर्णिमा को अगर संभव हो तो जातक को नदी में स्नान कर भगवान विष्णु की पूजा-आरती करनी चाहिए। इस दिन मात्र एक समय भोजन करना चाहिए और सामर्थ्यानुसार दान (दुधारू गाय और केला, खजूर, नारियल आदि फलों का) देना चाहिए। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ब्राह्मणों को दान देने का तो फल मिलता ही है साथ ही बहन, भांजे, बुआ आदि को भी दान देने से पुण्य मिलता है। शाम के समय निम्न मंत्र से चन्द्रमा को अर्घ्य देना चाहिए:
वसंतबान्धव विभो शीतांशो स्वस्ति न: कुरु।