Shwetark Ganpati Pooja श्वेतक आक गणपति एक दुर्लभ प्रकतिक उपहार
जंगल में पाये जाने वाले एक पोधे को सफेद आक के नाम से जाना जाता है। इसकी जड़ पुरानी हो तो उसमें स्वत: ही गणेश जी की प्रतिमा बन जाती है | यह प्रक्रति का एक आश्चर्य ही है | श्वेतक आक की जड़ (मूल ) यदि खोदकर निकल दी जाये तो निचे की जड़ में गणपति जी की प्रतिमा प्राप्त होगी | इस प्रतिमा का नित्य पूजन करने से साधक को धन-धान्य की प्राप्ति होती है। यह प्रतिमा स्वत: सिद्ध होती है | तन्त्र शास्त्रों के अनुसार ऐशे घर में यंहा यह प्रतिमा स्थापित हो , वंहा रिद्धी-सिद्ध तथा अन्नपूर्णा देवी वस् करती है,
श्वेतक आक गणपति पूजन विधि:
श्वेतक आक गणपति की प्रतिमा रवि पुष्य या गुरु पुष्य जैसे शुभ मुहूर्त पर प्राप्त करके गंगा जल में स्नान करवा कर लाल संदुर का लेप करे ,अब गणपति जी को पूर्व दिशा में लाल कपड़े पर ही स्थापित करें, उसके बाद गणपति पर षोडश उपचार से पूजन कर . इसके बाद प्रतिदिन नीचे लिखे मन्त्र की एक माला जाप करे:-
ऊँ गं गणपतये नमः
जप के लिए लाल रंग का आसन प्रयोग करें |
पूजन लाभ:
आपके सभी प्रकार के रोगों का नाश होगा, सौभाग्य में वृद्धि होगी, चेहरे पर तेज, कांति व चमक शोभायमान होती है। साथ ही साथ यदि किसी भी तरह का वशीकरण या फिर तांत्रिक प्रयोग किया हुआ हो तो उसका भी नाश होकर परिवार में सुख-समृद्धि व शांति का वास होकर माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद सदैव के लिए बना रहता है। ऐसा करने से आपके घर में हमेश के लिए गणपति की असीम कृपा के साथ-साथ रिद्धि-सिद्धि का वास होगा।
सिद्धार्थ गौतम
(ज्योतिष संपादक इंडिया हल्ला बोल)