Mantras respective to 12 Rashis: अपनी राशि के बारे में ज्यादातर लोग भ्रमित रहते हैं। कोई अपने बोलते नाम से राशि देखता है, कोई जन्म कुंडली के नाम से, तो कोई अंकों के अनुसार। बच्चे से बड़े होने तक यह तय नहीं हो पाता कि उनकी असली राशि है कौनसी? जरा नजर डालें विभिन्न प्रकार की राशि पद्धतियों पर-
आजकल हर समाचार पत्र-पत्रिका, रेडियो और दूरदर्शन पर दैनिक, साप्ताहिक, मासिक और वार्षिक भविष्यफलों की भरमार है। आमजन तो इस बात से भी भ्रमित है कि उसकी वास्तविक राशि क्या है? कहीं पर चंद्र आधारित राशि, कहीं सौर आधारित राशि, तो कुछ टैरो और अंक शास्त्र पर आधारित भविष्यवाणी करते है। इसके चलते हर व्यक्ति की राशि या ग्रह स्वामित्व अलग-अलग आता है। आइए जाने किस-किस पद्धति से राशि का निर्धारण होता है और कौन सी पद्धति ज्यादा सटीक होती है।
ज्योतिष के पांच प्रमुख अंग है। इन्हीं के माध्यम से यह जाना जा सकता है कि पैदा होने वाले जीव का स्वभाव कैसा होगा और आने वाले समय मे इसके जीवन पर किस प्रकार से कौन-कौन से ग्रह का असर किस समय होगा। हमारे मनीषियों ने यह बताया है कि समय की सूक्ष्म से सूक्ष्म इकाई महत्वपूर्ण है। ग्रहों-नक्षत्रों की गति पल-पल बदलती है और उसी अनुसार प्राणी प्रभावित होता है।
अपनी राशि के बारे में ज्यादातर लोग भ्रमित रहते हैं। कोई अपने बोलते नाम से राशि देखता है, कोई जन्म कुंडली के नाम से, तो कोई अंकों के अनुसार। बच्चे से बड़े होने तक यह तय नहीं हो पाता कि उनकी असली राशि है कौनसी? जरा नजर डालें विभिन्न प्रकार की राशि पद्धतियों पर-
आजकल हर समाचार पत्र-पत्रिका, रेडियो और दूरदर्शन पर दैनिक, साप्ताहिक, मासिक और वार्षिक भविष्यफलों की भरमार है। आमजन तो इस बात से भी भ्रमित है कि उसकी वास्तविक राशि क्या है? कहीं पर चंद्र आधारित राशि, कहीं सौर आधारित राशि, तो कुछ टैरो और अंक शास्त्र पर आधारित भविष्यवाणी करते है। इसके चलते हर व्यक्ति की राशि या ग्रह स्वामित्व अलग-अलग आता है। आइए जाने किस-किस पद्धति से राशि का निर्धारण होता है और कौन सी पद्धति ज्यादा सटीक होती है।
ज्योतिष के पांच प्रमुख अंग है। इन्हीं के माध्यम से यह जाना जा सकता है कि पैदा होने वाले जीव का स्वभाव कैसा होगा और आने वाले समय मे इसके जीवन पर किस प्रकार से कौन-कौन से ग्रह का असर किस समय होगा। हमारे मनीषियों ने यह बताया है कि समय की सूक्ष्म से सूक्ष्म इकाई महत्वपूर्ण है। ग्रहों-नक्षत्रों की गति पल-पल बदलती है और उसी अनुसार प्राणी प्रभावित होता है।
12 राशि के 12 अचूक दिव्य मंत्र
अक्सर कई ज्योतिष उपाय एक साथ पढ़ने पर व्यक्ति असमंजस में पड़ जाता है कि आखिर उसके लिए क्या उचित है और क्या अनुचित।व्यक्ति अगर अपनी राशि के अनुसार मंत्र जाप करे तो निसंदेह शीघ्र सफलता मिलती है। मंत्र पाठ से व्यक्ति कई प्रकार के संकट से मुक्त रहता है। आर्थिक रूप से संपन्न हो जाता है।साथ ही जो लोग आपकी राह में बाधा उत्पन्न करते हैं वह भी कमजोर हो जाते हैं। प्रस्तुत है आपकी राशि के अनुसार अचूक दिव्य मंत्र, इसे जपने के पश्चात किसी अन्य पूजा या तंत्र की आवश्यकता नहीं है।
मेष – Aries: ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीनारायण नम:
वृषभ – Taurus: ॐ गौपालायै उत्तर ध्वजाय नम:
मिथुन – Gemini: ॐ क्लीं कृष्णायै नम:
कर्क – Cancer: ॐ हिरण्यगर्भायै अव्यक्त रूपिणे नम:
सिंह – Leo: ॐ क्लीं ब्रह्मणे जगदाधारायै नम:
कन्या – Virgo: ॐ नमो प्रीं पीताम्बरायै नम:
तुला – Libra: ॐ तत्व निरंजनाय तारक रामायै नम:
वृश्चिक – Scorpio: ॐ नारायणाय सुरसिंहायै नम:
धनु – Sagittarius: ॐ श्रीं देवकीकृष्णाय ऊर्ध्वषंतायै नम:
मकर- Capricon : ॐ श्रीं वत्सलायै नम:
कुंभ – Aquarius: ॐ श्रीं उपेन्द्रायै अच्युताय नम:
मीन – Pisces: ॐ क्लीं उद्धृताय उद्धारिणे नम: