वायरल फीवर का नाम सुनते ही अच्छे अच्छों के छक्के माफ़ कीजिये पसीने छूट जाते हैं ! पिछले कई दशकों से हमें मलेरिया , डेंगू , चिकुन गुनिया , आई फ्लू , स्वाइन फ्लू आदि वायरल बीमारियों ने परेशान कर रखा है , जो भी इनकी गिरफ्त में आता है तो वो अपने साथ कईयों को अपनी चपेट में ले लेता है ! (हम तो डूबेंगे सनम तुम्हें भी ले डूबेंगे) इन सभी बीमारियों में से एक ना एक बीमारी हम सभी को कभी ना कभी अवश्य हुई होगी, हो सकता है एक दो को छोड़ दें तो लगभग सभी ने हमें अपनी गिरफ्त में अवश्य लिया होगा ……… इन सभी का कारण हमें पता है…….. वायरल , संक्रमण , मच्छर इत्यादि ( सबसे बड़ा कारण हमारी कमजोरी )….इस बीमारी में एक को वायरल होने पर एक हजार को वायरल होने के पूरे पूरे चांस होते है …….
मैं अपने सभी साथियों से गुजारिश करूंगा कि , आप अपना और अपने परिवार का पूरा ध्यान रखें क्योंकि ये बड़ी ही खतरनाक है ! इस संक्रमण बीमारी ने तो हम सब की नाक में दम कर रखा है …….. खैर हम इससे तो निपट ही लेंगे …क्योंकि ये कुछ समय के लिए होती है ! लेकिन मैं जिस वायरल की यहाँ बात कर रहा हूँ और जिससे हम सभी भारतीय दुखी और पीड़ित हैं …… जिस वायरल ने हमारे देश के हर एक व्यक्ति को अपनी गिरफ्त में ले रखा है , हर व्यक्ति आज इस वायरल से दुखी है , किसी भी व्यक्ति के पास इसका इलाज नहीं है … आज तक इस वायरल को खत्म करने की कोई दवा नहीं बनी है और ना कभी बनेगी , अच्छे अच्छे धुरंधरों ने कोशिश करके देखली किन्तु कोई हल ना निकाल पाए …… अपितु हल खोजने के चक्कर में अपनी बुरी गत अवश्य करा चुके ……. अब तक आप समझ चुके होंगे कि , मैं किस वायरल की बात कर रहा हूँ !
अरे भई ” राजनीतिक वायरल “ आम वायरल बुखार की मियाद ज्यादा से ज्यादा तीन – चार दिन या फिर एक हफ्ता बस इससे ज्यादा नहीं ! किन्तु .. परन्तु ” राजनीतिक वायरल “ ने तो हमें पिछले 100 सालों से अपनी गिरफ्त में ले रखा है और ऐसा की छोड़ने का नाम ही नहीं ले रहा है ! आम वायरल के कोई ज्यादा साइड इफेक्ट नहीं है … एंटीवायटिक का डोज दीजिये बंदा एक हफ्ते में दौड़ने लगेगा …….. किन्तु राजनीतिक वायरल जब फैलता है तो वो अपने साथ अच्छे अच्छों को मार देता है और कई सालों तक ना तो बंदा दिखता है और ना बन्दे की जात ……. ” अलमाडी कलमाड़ी ” थोड़ा -कोड़ा ” राजा का भी बजा बाजा “उदाहरण है आपके सामने ! बड़े बड़े वायरल यानि घोटाले हुये और कितनों को अपनी गिरफ्त में ले चुका है ये , कभी राष्ट्रमंडल खेल , 2जी , कोल आवंटन , बोफोर्स , आदर्श , चारा , खाद , यूरिया , सिंचाई और भ्रष्टाचार जैसा वायरल इस देश में इतनी तेजी से फैला जिसने देखते देखते पूरे देश को ( सिर्फ बेईमानों ) को अपनी गिरफ्त में ले लिया !
इस वायरल से सबसे अधिक किसी का नुकसान हुआ है तो वो है इस देश का लुटा – पिटा ” आम नागरिक “ जिसे साइड इफेक्ट में मंहगाई , भ्रष्टाचार , गरीबी , कुपोषण , बेरोजगारी , आतंकवाद , हिंसा , नक्सलवाद और ना जाने कितनी ऐसी बीमारियाँ दी हैं जिससे आज देश का कोई भी व्यक्ति अछूता नहीं है ! आज इस वायरल को खत्म करने के लिए कई लोग प्रयासरत है , किन्तु इसका जोर इतना है कि , कोई भी दवा , इंजेक्शन , एंटीवायटिक काम नहीं कर रहा है !
क्या आप भी इस वायरल का शिकार हैं …….? यदि हैं तो क्या आपके पास कोई उपाय है ?
संजय कुमार