20 नेताओं के विवादित और भडकाऊ बयान Controversial Statements By Indian Politicians
भारतीय राजनीति में विवादित नेताओं की कमी नहीं। ऐसे बहुत से नाता है जिन्होंने समय-समय पर अपने बयानों से सियासी सनसनी पैदा की है। अधिकतर की छवि बयान बहादुर की बन चुकी है। इनके बोल ने विवाद पैदा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ विवादित नेताओं को ।
देश में गौ हत्या और गायों की रक्षा के सवाल पर ऐसा ही एक विवादित बयान जवाहर लाल नेहरु ने दिया था।
सिख विरोधी दंगो पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी का दिया गया बयान सिख धर्म की भावनाओं को आहत करने वाला था।
मंदिर जाने वाले लोगों के प्रति बयानबाजी राहुल गाँधी को भारी पड़ी थी और देशभर में इस बयान की निंदा की गई थी।
लोकसभा चुनाव के दौरान गिरिराज ने कहा था कि जो लोग मोदी का विरोध करते हैं, वो पाकिस्तान की ओर देख रहे हैं, ऐसे लोगों का स्थान पाकिस्तान में है, भारत में नहीं। मई 2014 में गिरिराज ने कहा कि आखिर जितने भी आतंकवादी पकड़े जाते हैं वे सभी एक ही समुदाय के क्यों होते हैं।
लालू ने खूब विवादित बयान दिए हैं। एक रैली में लालू बोल गए ‘नीतीश को मैंने पैदा किया, मुझे नहीं पता था कि नीतीश बबूल निकलेंगे। मैं यह जानता तो गर्म पानी से नीतीश को जला देता’। हालांकि अब दोनों नेता साथ हैं।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी कम विवादित बयान नहीं दिए हैं। एक बार उन्होंने कहा मुझे मिली जानकारी के मुताबिक 26/11 के पीछे हिंदू कट्टरपंथी संगठनों का हाथ हो सकता है। दिग्विजय के इस ब्यान पर खूब हंगामा मचा है।
गायों की हत्या किये जाने पर निरीह जानवरों के प्रति ऐसी संवेदनहीनता कम ही देखने को मिलती है। कांग्रेस की सरकार में सहयोगी रह चुके शरद पवार का ये बयान
UPA शासन में प्रधानमंत्री रह चुके वैसे तो कम ही बोलते हैं लेकिन इनके इस बयान की आलोचना बहुत हुई थी।
कांग्रेस शासनकाल में वित्त मंत्री रहे चिदंबरम के इस ब्यान पर खूब हंगामा मचा है।
पूर्व गृहमंत्री शिंदे ने कांग्रेस सरकार के घोटालों पर बयान दिया जो खुद में सवाल उठाने को मजबूर करता है।
सलमान खुर्शीद का नाम बहुत से विवादित बयानों में शामिल है। बाटला हाउस में आतंकियों के मारे जाने के बाद ये बयान किसी भी भारतीय को शर्मिदा करने के लिए काफी है।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल के इस ब्यान पर खूब हंगामा मचा है।
मध्य प्रदेश में एक रैली में दौरान दिग्विजय ने जुलाई 2013 में मंदसौर की तत्कालीन महिला सांसद मीनाक्षी नटराजन को 100 टका टंच माल कह दिया था।
आजम ने अनगिनत बार अपने बयानों से विवाद पैदा किया है। अप्रैल 2014 में चुनावी सभा के दौरान आजम खान ने कहा कि करगिल युद्ध में भारत को जीत हिंदू नहीं, मुस्लिम सैनिकों ने दिलाई थी।
अक्टूबर 2014 में महाराष्ट्र में एक चुनाव सभा में गडकरी ने कहा कि जहां से जो मिले, लोग बटोर लें। लक्ष्मी को ना नहीं बोलना, लेकिन वोट बीजेपी को ही देना।
सुब्रमण्यम स्वामी ने भी विवादित बयान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एक बार उन्होंने कहा, रावण का डीएनए दलित का था। रावण लंका का नहीं यूपी का रहने वाला था । नोएडा के पास स्थित बसरख में पैदा हुआ था।
पत्रकार सौम्या विश्वनाथन की हत्या के बाद एक सवाल के जवाब में दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा था, “महिलाओं को ज़्यादा एडवेंचर्स नहीं होना चाहिए।”
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने बलात्कार विरोधी क़ानून को गलत बताया था।