इन सभी को मरणोपरांत इंडियन ऑर्डर ऑफ मेरिट दिया गया। जो आज के परमवीर चक्र के बराबर था। भारत के सैन्य इतिहास का ये युद्ध के दौरान सैनिकोँ द्वारा लिया गया सबसे विचित्र अंतिम फैसला था।
UNESCO ने इस लड़ाई को अपनी 8 महानतम लड़ाइयोँ मेँ शामिल किया। इस लड़ाई के आगे स्पार्टन्स की बहादुरी फीकी पड़ गयी, पर मुझे दुख होता है कि जो बात हर भारतीय को पता होनी चाहिए। उसके बारे मेँ कम लोग ही जानते है। ये लड़ाई यूरोप के स्कूलो मेँ पढाई जाती है पर हमारे यहां जानते तक नहीँ।