कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर कुछ हद तक काबू पा लेने के बाद योगी सरकार कोरोना कर्फ्यू में ढील दे सकती है. जिसके तहत प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू को चरणबद्ध तरीके से खोलने की तैयारी है. राज्य में नए मामलों की संख्या में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है.
इस लिहाज से कोरोना कर्फ्यू बढ़ाए जाने की संभावना बेहद कम है. सरकार क्षेत्र के हालात, जरूरत के हिसाब से छूट दे सकती है. केंद्र सरकार का राज्यों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि कोरोना महामारी में सतर्कता बरती जाए. जिन जिलों में कोरोना के केस ज्यादा हैं वहां स्थितियों को नियंत्रित करने के प्रयास किए जाएं.
वहीं अगर किसी राज्य में केस की संख्या कम है तो राज्य सरकार अपनी तरफ से निर्णय ले सकती हैं. उत्तर प्रदेश में माना जा रहा है कि सरकार एक जून से बाजार पर लगी पाबंदियों को हटा सकती है और दफ्तरों को भी सीमित संख्या के साथ खोला जा सकता है.
हालांकि, सरकार कर्फ्यू में ढील देने के साथ इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि कोविड केस दोबारा बढ़ने ना लगें. जिसकी वजह से सरकार वीकेंड और नाइट कर्फ्यू जारी रख सकती है. इसी कारण अलग-अलग फेज में कई तरह की गतिविधियों में छूट दी जाएगी.
इसमें कपड़े की दुकान, किराना, सब्जी व फल की दुकानों को भी खोला जाएगा.यूपी में पिछले 24 घंटे में 2,402 नए संक्रमित मिले हैं. वहीं राज्य में कोरोना रिकवरी रेट 95.70% पहुंच गया है जो देश में सर्वाधिक है. बीते 24 घंटों के दौरान 3,58,407 कोविड टेस्ट हुए, जिनमें 2,402 नए संक्रमित मिले.
16 जिलों में डेली मिलने वाले कोविड पेशेंट्स की संख्या सिंगल डिजिट में पहुंच गई है. वहीं 53 जिले ऐसे हैं जिनमें रोजाना मिलने वाले कोरोना मरीजों की संख्या दोहरे अंक में रह गई है. यूपी में सिर्फ 4 जिले ऐसे हैं जिनमें रोजाना मिलने वाले कोरोना मरीजों का आंकड़ा 3 अंकों में है.