अभियान का कूट नाम डोगा है। यह डॉग और योगा का संयुक्त शब्द है। इसके तहत 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर यहां राजपथ पर आयोजित कार्यक्रमों की पूर्ण सुरक्षा के लिए प्रशिक्षित श्वान दस्ते की तैनाती की जाएगी। अधिकृत सूत्रों ने कहा कि अद्र्धसैनिक बल आइटीबीपी के प्रशिक्षित श्वानों के द्वारा अभियान को अत्यंत शक्तिशाली बनाया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम स्थल राष्ट्रीय राजधानी की हृदयस्थली समझे जाने वाले इंडिया गेट के आसपास का क्षेत्र होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी एवं अन्य के साथ 40,000 लोगों की भीड़ वहां जुटने की उम्मीद की जा रही है।
इसे देखते हुए वहां की परिधि और मुख्य इलाकों में श्वान दस्ते को सुरक्षा जांच का जिम्मा सौंप दिया गया है। स्निफर एवं पुलिस श्वान को प्रशिक्षण देने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस को उत्कृष्ट प्रदर्शन वाला केंद्र नामित किया गया है। आइटीबीपी को मैलिनोइस, बल्गियन शेफर्ड के एक विशेष नस्ल को काम पर लगाया है। डोगा अभियान से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘मैलिनोइस नस्ल के अलावा करीब एक दर्जन जर्मन शेफर्ड और लैब्राडोर श्वानों को सूंघने और विध्वंसक विरोधी काम पर तैनात किया गया है।