उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को अचानक राजभवन पहुंचे.राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज करने वाले घटनाक्रम में मुख्यमंत्री अपने आवास पर जारी वरिष्ठ नेताओं की बैठक को बीच में छोड़कर राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात करने पहुंचे.मुख्यमंत्री के अचानक राजभवन पहुंचने से हर कोई हैरान रह गया. हालांकि सूत्रों के मुताबिक अखिलेश ने राज्यपाल से मिलने के लिये पहले ही समय मांगा था.
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री सम्भवत: अपने मंत्रिमण्डल में खाली चार पदों पर नये मंत्रियों की नियुक्ति के लिये राज्यपाल से मंत्रणा करने गये थे. अखिलेश ने गत रविवार को अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव और उनके करीबी माने जाने वाले ओम प्रकाश सिंह, नारद राय और सैयदा शादाब फातिमा को मंत्रिमण्डल से बर्खास्त कर दिया था.
इसके पूर्व, सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले वन राज्यमंत्री तेज नारायण पाण्डेय उर्फ पवन पाण्डेय को सत्तारूढ़ सपा से छह साल के लिये निकालने का एलान किया था. साथ ही उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त करने के लिये मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था.
इस कार्रवाई से एक बार फिर इशारा मिला है कि समाजवादी परिवार में सबकुछ ठीक नहीं है. हालांकि मुलायम और शिवपाल कह रहे हैं कि पार्टी और परिवार में सबकुछ ठीक है.इस बीच, सपा में आज भी बैठकों का दौर जारी रहा. मुख्यमंत्री ने जहां तीन नवम्बर को शुरू होने वाली अपनी विकास रथ यात्रा की तैयारियों के मुख्य मुद्दे को लेकर विधायकों तथा वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की.