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आज दोपहर 3-4 बजे होगी विंग कमांडर अभिनंदन की वतन वापसी

पाकिस्‍तानी सेना द्वारा हिरासत में लिए गए भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर पायलट अभिनंदन की आज वतन वापसी होगी. उन्‍हें वाघा बॉर्डर के रास्‍ते पाकिस्‍तान भारत को सौंपेगा. बताया जा रहा है कि विंग कमांडर अभिनंदन दोपहर बाद 3 से 4 बजे के बीच भारत लौंटेंगे. 

इसके लिए वाघा बॉर्डर पर उनके स्‍वागत के लिए बड़ी संख्‍या में लोग पहुंच चुके हैं. इस्‍लामाबाद स्थित भारतीय उच्‍चायोग ने विंग कमांडर अभिनंदन की वापसी से संबंधी कागजी कार्यवाही पूरी कर ली है. पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी इस बात की पुष्टि की है कि अभिनंदन को दोपहर भारत को सौंपा जाएगा.

वायुसेना का एक प्रतिनिधिमंडल विंग कमांडर अभिनंदन को लेने वाघा सीमा पर मौजूद रहेगा. बता दें कि भारतीय और पाकिस्तान वायुसेना के लड़ाकू विमानों के बीच झड़प के दौरान मिग 21 के गिरने के बाद पायलट अभिनंदन पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में उतर गए थे.

इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को हिरासत में ले लिया था. अभिनंदन का मिग-21 विमान बुधवार सुबह पाकिस्तान के हमले को रोकने के दौरान हवा से जमीन पर आ गया था. अभिनंदन ने पाकिस्तान का एक एफ-16 लड़ाकू विमान मार गिराया था.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को संसद में घोषणा की कि अभिनंदन को सद्भाव के तौर पर शुक्रवार को रिहा किया जाएगा. पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के पकड़े गए विंग कमांडर अभिनंदन को शांति पहल के तहत छोड़ने की को घोषणा की.

इसके कुछ ही घंटे पहले भारत ने उन्हें बिना शर्त रिहा करने का कड़ा संदेश दिया था. नई दिल्ली में भारतीय थल सेना, वायुसेना और नौसेना के शीर्ष अधिकारियों की एक संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में कहा गया कि सशस्त्र बल किसी भी सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर हैं.

हालांकि, भारत पाकिस्तान से बात करने के ‘‘मूड’’ में नजर नहीं आ रहा है.भारत ने कहा है कि वह इस्लामाबाद से पहले आतंकवाद पर कार्रवाई चाहता है. नई दिल्ली ने यह भी साफ कर दिया है कि अभिनंदन पर कोई सौदेबाजी नहीं की जा सकती है तथा उन्हें बिना शर्त और फौरन वापस भेजने की मांग की है.

भारतीय वायुसेना ने नई दिल्ली में कहा कि उसे खुशी है कि पाकिस्तान द्वारा पकड़े गए विंग कमांडर अभिनंदन कल (शुक्रवार को) घर लौटेंगे और इसे सद्भावना संदेश के रूप में पेश किए जाने को खारिज कर दिया. साथ ही, इस बात पर जोर दिया कि यह जिनीवा संधि के अनुरूप है.

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