पश्चिम बंगाल के गंगासागर में एक मेले में भगदड़ के दौरान 6 लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हादसे में कई लोग घायल हैं। बताया जा रहा है कि भगदड़ कचुबेरिया इलाके में जेटी नंबर पांच पर हुई।कोलकाता से 100 किलोमीटर दूर दक्षिण चौबीस परगना जिले में स्थित सागर द्वीप पर हर साल मकर संक्रांति के मौके पर गंगासागर मेले का आयोजन होता है।
भगदड़ तब हुई जब लोग बोट पर सवार हो रहे थे। यहां हर साल मकर संक्रांति के दौरान मेला लगता है। इसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं ये यहां गंगा नदी में डुबकी लगाने आते हैं। बताया जा रहा है कि तीर्थयात्री स्टीमर पर चढ़ने के लिए बैरिकेड के पहले कतार में खड़े थे। सभी तीर्थयात्रियों में घर जाने की जल्दबाजी थी। इसी बीच उनका धैर्य टूट गया और वे एक साथ स्टीमर पर चढ़ने के लिए आगे बढ़े।
उनमें स्टीमर पर बैठने की होड़ शुरू हो गई, जिसमें बैरिकेड टूट गया और भीड़ अनियंत्रित हो गई। पश्चिम बंगाल के पंचायत मंत्री का कहना है कि नदी में भाटा का समय था। स्टीमर पर बैठने की होड़ की वजह से यह हादसा हुआ।जिला प्रशासन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि दो श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गयी। वहीं महिला सहित तीन तीर्थयात्रियों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
उन्होंने बताया कि नौसेना के गोताखोरों ने ऐसे किसी व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी है, जो भगदड़ के दौरान बूढ़ी गंगा नदी में गिर गया हो।पश्चिम बंगाल के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और ग्रामीण विकास मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने बताया कि मकर संक्रांति के पावन अवसर पर दो दिन में गंगासागर में कुल 16 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया।
इससे पहले साल 2010 में गंगासागर मेले में भगदड़ मचने से सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 12 घायल हो गए थे। मकर संक्राति के दिन यह भगदड़ उस समय मची थी जब श्रद्धालु स्नान के लिए जाने के वास्ते एक नौका पर चढ़ने का प्रयास कर रहे थे।