झारखंड में स्थापित किए गए सात नए ऑक्सीजन प्लांट बुधवार से ऑपरेशनल हो गए। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इनका ऑनलाइन उद्घाटन किया। इसके साथ ही राज्य में कुल 59 मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट चालू हो गए हैं।बता दें कि राज्य में अलग-अलग योजनाओं के तहत कुल 72 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का काम कोरोना की दूसरी लहर के दौरान शुरू हुआ था।
इनमें से 38 ऑक्सीजन प्लांट पीएम केयर्स फंड के जरिए स्थापित किए गए हैं, जबकि बाकी 34 यानी ऑक्सीजन प्लांट राज्य सरकार, कॉरपोरेट संस्थाओं और सांसदों द्वारा उपलब्ध कराए गए फंड की मदद से तैयार हुए हैं। बुधवार को 7 नए ऑक्सीजन प्लांटों के उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब राज्य के सभी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो गए हैं।
कोविड सहित किसी भी आपात स्वास्थ्य समस्या से निपटने में राज्य पहले की तुलना में ज्यादा सक्षम है।उन्होंने कहा कि लगभग 2 वर्ष पहले जब कोविड-19 महामारी ने दस्तक दी थी, तब कोरोना की जांच की सुविधा तक राज्य में उपलब्ध नहीं थी। लेकिन, आज अस्पतालों में लगभग 25 हजार बेड उपलब्ध हैं।
अब राज्य में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, आईसीयू और वेंटीलेटर की पर्याप्त उपलब्धता है। सरकार का प्रयास है कि चिकित्सकीय संसाधनों की कमी से किसी मरीज को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।सीमित संसाधनों के बीच बेहतर प्रबंधन के साथ हमने कोरोना के खिलाफ जंग शुरू की और सभी ने देखा है कि पहली दो लहरों को नियंत्रित करने में काफी हद तक कामयाबी हासिल की।
मुख्यमंत्री ने जिन ऑक्सीजन प्लांटों का उद्घाटन किया, उनमें रांची के सदर अस्पताल में दो, जमशेदपुर के मर्सी हॉस्पिटल, रामगढ़ ट्रॉमा सेंटर, देवघर सदर अस्पताल चाकुलिया (पूर्वी सिंहभूम) तथा कुचाई (सरायकेला- खरसावां) सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक -एक ऑक्सीजन प्लांट शामिल हैं। ऑनलाइन उद्घाटन कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।