मेघालय और नगालैंड में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। दोनों राज्यों में असेंबली की 60-60 सीटें हैं। नगालैंड और मेघालय की 59-59 सीटों पर इस बार चुनाव कराए जा रहे हैं। इन पर कुल 599 कैंडिडेट मैदान में उतरे हैं। वोटिंग प्रॉसेस सुबह 7 बजे शुरू होगी और शाम 4 बजे तक चलेगी। हालांकि कुछ दूर-दराज और पहाड़ी इलाकों में वोटिंग 3 बजे ही खत्म हो जाएगी।
मेघालय में पहली बार बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है। बता दें कि मेघालय, नगालैंड और त्रिपुरा चुनाव के नतीजों का एलान 3 मार्च को होगा।मेघालय की विलियमनगर सीट से एनसीपी कैंडिडेट जेएन संगमा की 18 फरवरी को आईईडी ब्लास्ट में मौत हो गई थी।वहीं, नगालैंड की नॉर्दर्न अंगामी-2 सीट पर एनडीपीपी चीफ नेफ्यू रियो वोटिंग से पहले ही निर्विरोध चुनाव जीत गए हैं।
मेघालय में कुल वोटर्स की संख्या 18.4 लाख है, जो 3083 पोलिंग स्टेशनों पर 372 कैंडिडेट्स के भाग्य का फैसला करेंगे।नगालैंड में कुल 11.70 लाख वोटर हैं। राज्य में 2156 पोलिंग स्टेशन बनाए गए। कुल 227 कैंडिडेट चुनाव मैदान में हैं।मेघालय में इस बार मुख्य मुकाबला बीजेपी-कांग्रेस के बीच है। राज्य में हर चुनाव में निर्दलीय बड़ी संख्या में जीतते हैं।
पिछली बार 13 जीते थे। 27% वोट उन्हें मिले थे। इस बार 84 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं।इस बार चुनाव में 60 सीटों पर कुल 372 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें 32 महिला हैं।बीजेपी 47 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बाकी की 13 सीटें क्षेत्रीय दलों को दे रखी हैं।वहीं, कांग्रेस 59 और एनपीपी 57 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
यहां कांग्रेस के 29 विधायक हैं। मेघालय के मुख्यमंत्री मुकुल संगमा लगातार 4 बार से विधायक हैं।कांग्रेस ने केरल के पूर्व सीएम ओमान चांडी और बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस को चुनाव की कमान सौंपी।
पूर्व सीएम और एनडीपीपी नेता नेफ्यू रियो वोटिंग से पहले ही निर्विरोध चुनाव जीत गए। वह नॉर्दर्न अंगामी-2 सीट से चुनाव लड़ रहे थे।रियो हाल ही में एनपीएफ से एनडीपीपी में शामिल हुए थे। वह 3 बार नगालैंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।वहीं, सीएम टीआर जेलियांग 7-पेरेन सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
नगालैंड की 60 में से इस बार 59 सीटों पर चुनाव। इन पर कुल 195 उम्मीदवार हैं। इनमें 5 महिलाएं हैं।एनडीपीपी 40 और बीजेपी 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एनपीएफ 58 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।बीजेपी ने चुनाव से ठीक पहले एनपीएफ से 15 साल पुराना नाता तोड़कर एनडीपीपी से गठबंधन किया है।केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू नगालैंड में बीजेपी के चुनाव प्रभारी बनाए गए।