कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर एक दिन के सद्भावना अनशन पर बैठने जा रहे हैं और इस अनशन के लिए उन्होंने उत्तर प्रदेश और बिहार दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के आमंत्रित किया है. आपको बता दें कि गुजरात से बड़े पैमाने पर उत्तर भारतीयों के पलायन करने पर हिंसा भड़काने का आरोप कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर और उनकी ठाकोर सेना पर लग रहा है.
साबरकांठा में बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद बिहार और यूपी के लोगों पर हमले को लेकर कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर ने सफाई दी कि इसमें ठाकोर सेना के किसी भी सदस्य का हाथ नहीं है. दरअसल 28 सितंबर को साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर कस्बे के पास 14 माह की बच्ची से कथित तौर पर रेप हुआ था.
इस मामले में पुलिस ने बिहार के रहने वाले रविंद्र साहू नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया. जिस बच्ची का बलात्कार हुआ है, वो ठाकोर समुदाय की है. यही वजह है कि घटना को लेकर ठाकोर समुदाय में भारी नाराजगी है. लेकिन कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने साफ किया कि लोगों पर हो रहे हमले किसी साजिश का नतीजा हैं.
गुजरात में हिंदी भाषी प्रवासियों पर हमले को लेकर आलोचनाओं से घिरे कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने मंगलवार (09 अक्टूबर) को बिहार और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा एवं दावा किया कि वह या उनका संगठन हिंसा में शामिल नहीं है, जिसकी वजह से लोग जा रहे हैं.
गुजरात की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ठाकोर और उनके संगठन गुजरात क्षत्रिय-ठाकोर सेना को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है. इन हमलों के सिलसिले में दर्ज कुछ प्राथमिकियों में भी इस संगठन का नाम है.अल्पेश ठाकोर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखी है और दोनों ही चिट्ठियों का मजमून एक ही है.
गुजराज से जाने वाले ज्यादातर प्रवासी इन्हीं दोनों राज्यों से हैं. कांग्रेस विधायक ने कहा कि वो केवल बलात्कार पीड़िता के लिए इंसाफ मांग रहे थे लेकिन कुछ लोगों ने इसे राजनीतक रंग दे दिया. उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग अफवाहों पर आंख बंद कर विश्वास कर रहे हैं और गुजरात से जा रहे हैं, तथा हमले सुनियोजित साजिश हैं.