हज़ारों करोड़ रुपये के ऋण चुकाए बिना देश छोड़कर चले जाने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या को स्कॉटलैंड यार्ड ने विजय माल्या को गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें लंदन कोर्ट में पेश किया जाएगा. विजय माल्या 2016 से फरार हैं. उनपर अलग-अलग बैंकों से कुल 9000 करोड़ रुपए का कर्ज है. जानकारी के मुताबिक आगे की कार्रवाई के लिए सीबीआई की एक टीम लंदन जाएगी.
माल्या पर सरकारी बैंकों से लिए गए नौ हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के कर्ज की देनदारी है. माल्या ने करीब 8.2 हजार करोड़ रुपए अपनी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस समेत कई कंपनियों के नाम पर ले रखे थे. बैंकों की शिकायत पर उसके खिलाफ भारत सरकार का प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय जांच ब्यूरो समेत कई एजंसियां जांच कर रही हैं.
उसके खिलाफ आर्थिक गबन के कई मामले चल रहे हैं. कुछ मामलों में अदालत के निर्देश पर माल्या की कंपनियों के स्वामित्व वाली परिसंपत्तियां जब्त की गई हैं. बैंकों का कर्ज न चुकाने और देश छोड़कर भाग जाने के कारण माल्या के प्रकरण में सरकारी को खासी शर्मिंदगी उठानी पड़ी है. जब बैंकों ने कर्ज वसूली के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया तो माल्या मार्च 2016 में ब्रिटेन भाग गया था.
इससे पहले लंदन में रह रहे भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को प्रत्यर्पित करने की भारत की मांग को ब्रिटेन की सरकार ने शुक्रवार (24 मार्च) को मंजूर कर लिया था. वहां की सरकार ने भारत के अनुरोध को लंदन की वेस्टमिंस्टर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में भेज दिया था. कोर्ट द्वारा वारंट जारी किए जाने के बाद विजय माल्या को प्रत्यर्पित करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी.