कोराना महामारी से निपटने के लिए टीकाकरण की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कमर कस ली है।इसके पहले सभी राज्यों से तालमेल करने और शुक्रवार को देशव्यापी दूसरे चरण के ड्राई मॉक ड्रिल पर नजर रखने और निजी रूप से समूची प्रक्रिया का नेतृत्व सुनिश्चित करने पर फोकस किया।
कोविड-19 वैक्सीन से संबंधित दूसरी राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल 33 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में 736 जिलों में तीन-तीन सेशन स्थलों पर की जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हषर्वर्धन ने कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत दूसरे राष्ट्रीय मॉक ड्रिल के लिए तैयारियों पर राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों और सचिवों के साथ वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से विचार-विमर्श भी किया।
कोविड-19 वैक्सीनेशन से संबंधित मॉक ड्रिल का उद्देश्य वास्तविक वैक्सीन लगाने के आयोजन के लिए पूर्ण अभ्यास करना है। लाभार्थियों के पंजीकरण, सूक्ष्म योजना और नियोजित सेशन स्थल पर वैक्सीन लगाने समेत वैक्सीनेशन अभियान की पूरी योजना की जिला अधिकारियों के नेतृत्व में जांच की जाएगी।
यह ड्राई रन कोविड-19 के वैक्सीन की शुरु आत के सभी पहलुओं से राज्य, जिला, ब्लॉक और अस्पताल स्तर के अधिकारियों को अवगत कराएगी।डा. हषर्वर्धन ने बताया कि देश ने कोविड महामारी के खिलाफ कामयाब जंग का एक साल पूरा कर लिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त निगरानी समूह की कोविड-19 पर पहली बैठक 8 जनवरी, 2020 को आयोजित की गई थी।
अग्रिम पंक्ति के वर्करों के अथक प्रयास और अडिग समर्थन की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि किस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील और सशक्त नेतृत्व ने सुनिश्चित किया कि भारत की न केवल विश्व में रिकवरी दर सबसे अधिक हुई, अपितु यह अन्य देशों के लिए आशा की किरण बना।