यूपी में योगी आदित्यनाथ ने यूनिवर्सिटी-कॉलेजों में हड़ताल पर लगाई रोक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अहम फैसला लेते हुए राज्य भर की यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में कर्मचारियों के हड़ताल पर पाबंदी लगा दी है। इसके अलावा एक अन्य फैसले में मुख्यमंत्री ने राज्य पोषण मिशन के लिए गठित कमेटी को भी भंग कर दिया है। इस कमेटी में सांसद डिंपल यादव सदस्य थीं। बता दें कि सीएम आदित्यनाथ अब तक कई अहम फैसले ले चुके हैं।

वो शपथ ग्रहण के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में वीवीआईपी कल्चर को खत्म करने का आदेश दे चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने मंत्रियों को आदेश दिया था कि वो 15 दिनों के अंदर अपनी आय का ब्योरा दे। इसके साथ ही उन्होंने यही निर्देश नौकरशाहों को भी दिया था। उन्होंने कहा था कि सभी प्रशासनिक अधिकारी अपनी संपत्ति और आय का ब्योरा उन्हें 15 दिनों के अंदर सौंपे।

सीएम आदित्यनाथ ने यूपी में खराब सड़कों को ढाई महीने में गड्ढा मुक्त करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही सीएम ने प्रदेश में महिलाओं के साथ होने वाली छेड़खानी पर अंकुश लगाने के लिए 11 जिलों में ‘एंटी रोमियो स्‍क्‍वाड’ बनाने का निर्देश दे दिया है। बता दें कि बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि अगर बीजेपी यूपी में चुनाव जीतकर सत्ता में आती है तो वह एक एंटी रोमियो स्‍क्‍वैड बनाएगी, जो कि स्कूल कॉलेजों आदि में पढ़ने वाली युवतियों की सुरक्षा करेगी।

इसके अलावा सीएम के आदेश पर यूपी में अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन अब तक प्रदेश में कई बूचड़खाने बंद करवा चुकी है। अकेले यूपी ही नहीं बल्कि योगी आदित्य नाथ के अवैध बूचड़खानों को बंद करने के आदेश के बाद 4 और बीजेपी शासित राज्यों ने भी इसे अपने लागू किया। राजस्थान, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश सरकार ने अवैध बूचड़खानों और दुकानों को बंद करने के आदेश दिए गए।

योगी आदित्‍य नाथ ने पुलिस को सख्‍त निर्देश दिए थे कि गो-हत्या और अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों पर तत्‍काल रोक लगाई जाए। योगी सरकार के इस कदम के विरोध में राज्‍य भर के मांस विक्रेताओं ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। दुकानदारों ने योगी आदित्‍य नाथ से ‘देश के लिए लड़ने को कहा है, गोश्‍त के लिए नहीं।’

गौरतलब है कि 19 मार्च को यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से सीएम योगी आदित्यनाथ एक के बाद एक अब तक 50 फरमान सुना चुके हैं। हालांकि, उन्होंने इस बीच एक भी मीटिंग नहीं किया है। इसमें अवैध बूचड़खानों पर बैन, एंटी-रोमियो स्क्वॉड मुख्य हैं। पिछले कुछ दिनों से उनके फैसले ही मुद्दे बने हुए हैं। उन्होंने कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए सख्त पुलिसिंग का आदेश दिया है ताकि कोई भी ईव-टीजिंग की घटना न हो।

इससे लड़कियों और महिलाओं में सुरक्षा का भाव देखा गया है। राज्य के अलग-अलग शहरों में एंटी-रोमियो स्क्वॉड ने कई मनचलों को पकड़ा है।एक रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्रियों और अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि वह 10 बजे तक हर हाल में अपने दफ्तरों में पहुंच जाएं। उन्होंने सरकारी दफ्तरों में बायोमीट्रिक सिस्टम लगाने का आदेश दिया है।

इससे अब आम लोगों को भी राहत मिलने लगी है। इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में पान मसाला और गुटखे पर बैन ने भी लोगों का ध्यान खींचा है। कैलाश-मानसरोवर पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सब्सिडी बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है, जो पहले 50 हजार थी। इन लोगों के लिए नई दिल्ली के पास एक मानसरोवर भवन भी बनाया जाएगा।

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