केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का चार बजे बेंगलुरु में निधन हो गया। वे 59 साल के थे। कुछ महीने से कैंसर से पीड़ित थे। अक्टूबर में न्यूयॉर्क के मेमोरियल सलोअन केटेरिंग कैंसर सेंटर से इलाज कराकर लौटे थे। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बेंगलुरु के अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत जटिल होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
अनंत कुमार के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और भाजपा नेताओं ने शोक जताया। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा अनंत कुमार के निधन की खबर सुनकर बेहद दुख हुआ। उन्होंने भाजपा की लंबे अरसे तक सेवा की। बेंगलुरु उनके दिल और दिमाग में हमेशा रहा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को साहस दे।
कुमार के पास दो मंत्रालय की जिम्मेदारी थी। वे 2014 से रसायन एवं उर्वरक मंत्री थे। इसके अलावा वे जुलाई 2016 से संसदीय मामलों के मंत्री भी थे। अनंत 1996 से बेंगलुरु दक्षिण से लोकसभा के सदस्य थे। उनका जन्म 22 जुलाई 1959 को बेंगलुरु में हुआ था। उन्होंने केएस ऑर्ट कॉलेज हुबली से बीए किया था। इसके बाद जेएसएस लॉ कॉलेज से एलएलबी की थी। उनके परिवार में पत्नी तेजस्विनी, दो बेटियां ऐश्वर्या और विजेता हैं।