प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जातिवाद और तुष्टीकरण की राजनीति की जगह विकास ने ले ली है : जेपी नड्डा

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जातिवाद और तुष्टीकरण की राजनीति की जगह विकास ने ले ली है। नड्डा ने प्रधानमंत्री मोदी के 71वें जन्मदिन पर अपने संदेश में कहा हमारे प्रधानमंत्री ने देश की राजनीतिक कार्य संस्कृति को बदल दिया है।

आज उनके नेतृत्व में जातिवाद, तुष्टिकरण और वंशवाद की राजनीति के बजाय विकास की राजनीतिक संस्कृति को बढ़ावा मिला है और देश के अन्य सभी राजनीतिक दलों को इसका पालन करने के लिए मजबूर किया गया है।

नड्डा ने पार्टी मुख्यालय में 20 दिवसीय सेवा और समर्पण अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि मोदी के सार्वजनिक जीवन में दो दशक पूरे होने पर यह कार्यक्रम सात अक्टूबर को समाप्त होगा।उन्होंने कहा कि भाजपा ने अगले 20 दिनों के लिए कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जिसमें टीकाकरण, रक्तदान शिविर और अन्य गतिविधियों के लिए जागरूकता पैदा करना शामिल है।

नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री का हमेशा से मानना रहा है कि विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।उन्होंने कहा बचपन से लेकर आज तक उन्होंने कभी अपने बारे में नहीं सोचा बल्कि केवल गरीबों, दलितों और शोषित लोगों के कल्याण और सशक्तिकरण के बारे में सोचा है।

भाजपा प्रमुख ने यह भी कहा कि गरीबों और दलितों के जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रधानमंत्री के विचार उनकी नीतियों और योजनाओं में स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं।सार्वजनिक जीवन में मोदी के 20 वर्षों के बारे में बात करते हुए, नड्डा ने कहा एक निर्वाचित प्रमुख के रूप में हमारे प्रधानमंत्री का लंबा और निर्बाध कार्यकाल सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास को समर्पित रहा है।

पार्टी अध्यक्ष ने मोदी सरकार की कई पहलों को भी सूचीबद्ध किया जैसे कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करना, तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून, अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण सुनिश्चित करना, सर्जिकल और हवाई हमले, एक रैंक एक पेंशन योजना, आयुष्मान भारत, मुफ्त गैस कनेक्शन, प्रत्येक गांव और घर में बिजली, और गरीबों को मुफ्त राशन समेत कई काम किये हैं।

नड्डा ने कहा पिछले सात वर्षों में, उनके अथक प्रयासों से ही कई कार्य संभव हुए हैं। ²ढ़ इच्छाशक्ति, लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता और प्रभावी रणनीति के साथ, उन्होंने साबित कर दिया है कि जहां चाह है, वहां राह है।

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