बुलंदशहर गैंगरेप मामले में पीड़िता को न्याय नहीं दिलाने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा है कि अगर उनका शासन होता तो पीड़िता के सामने बलात्कारियों को टॉर्चर किया जाता और वह अपनी जिंदगी के लिए भीख मांगते। आगरा में चुनावी प्रचार के लिये पहुंची मोदी सरकार की मंत्री उमा भारती ने कहा कि उनके शासनकाल में पुलिस स्टेशन में एक बलात्कारी को टॉर्चर किया गया था, ताकि पीड़िता को उसे देख थोड़ी राहत महसूस हो।
उमा बुलंदशहर में महिला और उसकी बेटी के साथ गैंगरेप मामले पर बोल रही थीं।गौर हो कि पिछले साल जुलाई में बुलंदशहर में एक महिला और उसकी बेटी के साथ उसके परिवार वालों के सामने ही गैंगरेप की घिनौनी वारदात सामने आई थी। जुलाई 2016 में बुलंदशहर में एक महिला और उसकी बेटी के साथ बलात्कार किया गया था। इस घटना को लेकर यूपी की अखिलेश यादव सरकार की काफी किरकिरी हुई थी।
उमा भारती ने रैली में कहा कि बलात्कारियों को उल्टा लटकाकर तब तक पीटना चाहिये, जब तक उसकी चमड़ी ना उतर जाए। ऐसे लोगों के घावों पर नमक और मिर्च लगानी चाहिये। उमा ने कहा कि मैंने मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री रहते हुए ऐसा ही किया था। उमा के मुताबिक पुलिस वालों ने मुझे कहा कि दीदी इससे मानवाधिकारों का हनन हो जाएगा। मैंने उन्हें कहा मानवाधिकारों का हनन मानवों का होता है और ये लोग तो दानव हैं। इनका तो सिर रावण की तरह काट देना चाहिए।